DELHI: पत्नी ने चुनाव में बीजेपी को वोट दिया तो, पति ने कहा- तलाक, तलाक, तलाक
New Delhiनई दिल्ली : 18वीं लोकसभा का चुनाब खत्म हो चुका है, नवनिर्वाचित सांसदों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम चल रहा है। इसी बीच Madhya Pradesh के छिंदवाड़ा से एक खबर आई है, जहां पत्नी को चुनाव में बीजेपी को वोट देना इतना महंगा पड़ गया कि नाराज पति ने महिला को तलाक दे दिया है। हालांकि, महिला के द्वारा लगाए गए आरोपों से पति ने इनकार कर दिया है। उसने अपनी पत्नी पर अवैध संबंध रखने का आरोप लगाया है। इसके बाद पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
महिला ने कोतवाली थाना में अपनी शिकायत में यह जानकारी दी है कि करीब 8 साल पहले हमारी शादी हुई थी। कुछ समय तक ससुराल में उनके संबंध अच्छे रहे, लेकिन बाद में उसके पति, सास और ननद ने किसी न किसी मुद्दे पर उसे ताना मारना और पीटना शुरू कर दिया। यहां तक की ससुराल वालों ने डेढ़ साल पहले घर से निकाल दिया। अब वह अपने पति के साथ किराए के कमरे में रहती थी। इसी बीच चुनाव हुए तो महिला ने बीजेपी को समर्थन करते हुए उसके पक्ष में मतदान कर दिया। इससे उसका पति नाराज हो गया। उसने उसे 'तीन तलाक' दे दिया।
महिला की शिकायत के बाद POLICE ने दहेज निषेध अधिनियम, मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के तहत सास, उसके पति, और चार ननदों के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। महिला ने बताया कि उसके पति ने तलाक का नोटिस भेजा था, जिसमें कहा गया कि उसका अन्य पुरुष के साथ अवैध संबंध है और वह चरित्रहीन है। जिसपर महिला ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इसे पूरी तरह से निराधार बताया है। महिला ने भी अपने वकील के जरिए पति के तलाक के नोटिस का जवाब भेज दिया है।
वहीं, महिला के पति ने यह आरोप लगाया कि उसके अन्य लोगों के साथ अवैध संबंध थे। मैने उसे कई बार समझाया और सुलह के मौके दिए, लेकिन वो नहीं मानी। इसके बाद उसने मुस्लिम कानून के अनुसार उसको पहली बार 30 मार्च, 2022 को तलाक दिया। अक्टूबर और नवंबर 2023 में दो बार तलाक दिया। पति ने यह भी दावा किया कि तलाक दिए जाने की वजह किसी राजनीतिक दल का समर्थन करना नहीं है, क्योंकि साल 2022 में कोई चुनाव नहीं था, जब उसने तलाक दिया था।
उसने आरोप लगाया कि महिला उसे धमका रही है, और उसकी छवि खराब कर रही है। साथ ही उसके FAMILY को बर्बाद करने की बात कह रही है। महिला के पति ने यह भी कहा कि मेरे परिवार के लोगों ने उसे कभी भी परेशान नहीं किया है, क्योंकि वह पिछले तीन सालों से अलग रह रही थी। परिवार का हर सदस्य अपने राजनीतिक दल को अपना समर्थन देने के लिए स्वतंत्र है। मेरी पत्नी के द्वारा लगाया गया आरोप गलत है।