कॉलेज से मांगी जानकारी: बताएं ईडब्ल्यूएस दाखिलों की वजह से कितने कर्मचारियों की हैं जरूरत
दिल्ली न्यूज़: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने अपने कॉलेजों से इस बात की जानकारी मांगी है कि उन्हें आॢथक रूप से पिछड़ा वर्ग (ईडब्ल्यूएस) का आरक्षण लागू होने के बाद उत्पन्न हुए अतिरिक्त दबाव से निपटने के लिए कितने शिक्षण एवं गैर शिक्षण कर्मचारियों की जरूरत है। इस संबंध में एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि डीयू में ईडब्ल्यूएस श्रेणी के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण से छात्रों के लिए सीट संख्या में इजाफा हुआ है, हालांकि शिक्षकों और गैर शिक्षक कर्मचारियों की संख्या जस की तस बनी हुई है। सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में प्रवेश में ईडब्ल्यूएस के लिए आरक्षण 2019 में लागू किया गया था।
अधिकारी ने कहा, इससे शिक्षक-छात्र अनुपात प्रभावित हुआ है और शिक्षण एवं गैर शिक्षण कर्मचारियों पर अतिरिक्त दबाव पड़ा है। इसलिए हमने कॉलेजों से कहा है कि वे हमें शिक्षण एवं गैर शिक्षण कर्मचारियों की संख्या के बारे में बताएं। डीयू ने मंगलवार को जारी अधिसूचना में अपने तहत आने वाले कॉलेजों को 24 जून तक आंकड़े उपलब्ध कराने को कहा है। अधिसूचना में कहा गया है कि विश्वविद्यालय अतिरिक्त बोझ से निपटने के लिए अतिरिक्त शिक्षण एवं गैर शिक्षण कर्मचारियों की जरूरत की जानकारी जानना चाह रहा है। जब कॉलेज शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की आवश्यकता के बारे में आकंड़े उपलब्ध कराएंगे तो उसे कॉलेज के वित्त पोषण के स्रोत के आधार पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) या दिल्ली सरकार को भेजा जाएगा।