सड़क हादसों के मामलो में दिल्ली पुलिस की ढीली जांच, तेजी से काम करने की ज़रूरत: पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना

Update: 2022-06-11 11:59 GMT

दिल्ली न्यूज़: राजधानी दिल्ली की सड़कों पर होने वाले सड़क हादसों के मामलों में दिल्ली पुलिस की जांच से पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना संतुष्ट नहीं हैं। ऐसे मामलों में पुलिस की जांच ढीली है और कई मामलों में करीब एक वर्ष से कोर्ट के समक्ष रिपोर्ट दायर नहीं की गई है। इन घटनाओं को देखने के बाद पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों को केस की मॉनिटरिंग करने के आदेश दिए हैं। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, राजधानी दिल्ली में प्रत्येक वर्ष पांच हजार से ज्यादा सड़क हादसे दिल्ली की सड़कों पर होते हैं। इनमें औसतन 15 सौ से ज्यादा लोगों की जान चली जाती है जबकि चार हजार से ज्यादा लोग घायल होते हैं।

दिल्ली पुलिस द्वारा सड़क हादसों के मामलों में एफआईआर दर्ज करने के बाद उसकी जांच की जाती है। हाल ही में दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने जब इन सड़क हादसों के मामलों को लेकर जांच करवाई तो पता चला की कोर्ट में कई मामलों में एक वर्ष से भी ज्यादा समय से डिटेल एक्सीडेंट रिपोर्ट दाखिल नहीं हुई है। इसकी वजह से जहां पीड़ितों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तो कई मामलों में उन्हें मुआवजा तक नहीं मिल पा रहा है। ऐसे मामलों को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह एक्सीडेंट के मामलों की जांच में तेजी लाएं। सड़क हादसा होने पर एक तय समय के भीतर डिटेल एक्सीडेंट रिपोर्ट को अदालत के समक्ष दाखिल किया जाए ताकि उस पर संज्ञान लेकर कोर्ट अपनी कानूनी कार्रवाई आगे कर सके।

उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने इलाकों में इस तरह के केस पर खासतौर से नजर रखें। उन्होंने अगली बैठक में इस पर विस्तार से रिपोर्ट मांगी है ताकि पता चल सके कि अधिकारियों की तरफ से क्या कदम उठाए गए हैं।

Tags:    

Similar News

-->