दिल्ली: आईजीआई एयरपोर्ट से पुलिस ने इमिग्रेशन रैकेट का पर्दाफाश किया, तीन गिरफ्तार

Update: 2022-03-10 16:15 GMT

दिल्ली की आईजीआई एयरपोर्ट थाने की पुलिस ने बड़े स्तर पर चलाए जा रहे इमिग्रेशन रैकेट का पर्दाफाश करते हुए रैकेट में शामिल शातिर एजेंट को दो यात्रियों के साथ गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार एजेंट लोगों को मेक्सिको भेजने के नाम पर ठगी की वारदातों को अंजाम देता था। वह प्रति यात्री 25 लाख रुपये की रकम ऐंठ रहा था। गिरफ्तार आरोपित एजेंट की पहचान 29 वर्षीय अमित खेंची उर्फ मीतू के तौर पर की गई है, जो मूलरूप से हरियाणा के पनीपत का रहने वाला है। जबकि एयरपोर्ट के इमिग्रेशन काउंटर पर फर्जी वीजा के साथ पकड़े गए दोनों यात्रियों की पहचान नरेन्द्र और बांका राम, जो हरियाणा के करनाल के रहने वाले हैं। फिलहाल मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। आईजीआई एयरपोर्ट के डीसीपी संजय त्यागी ने गुरुवार को बताया कि गत 17-19 फरवरी की रात एयरपोर्ट पर ड्यूटी पर मौजूद इमिग्रेशन ऑफिसर शीलेन्द्र कुमार के पास नरेन्द्र व बांका राम नामक दो यात्रियों को लाया गया। पता चला कि ये दोनों तुर्की व कुवैत के रास्ते मेक्सिको जाने वाले थे, लेकिन तुर्की में उनका वीजा फर्जी पाए जाने के बाद उन्हें आगे की यात्रा की अनुमति नहीं मिली।

जिसके बाद उन्हें वापस दिल्ली डिपोट कर दिया गया। इस संदर्भ में केस दर्ज कर आईजीआई एयरपोर्ट एसएचओ यशपाल सिंह के नेतृत्व में एसआई देवेन्द्र कुमार, कांस्टेबल इंदरजीत व अमरजीत की पुलिस टीम ने जांच शुरू की। मेक्सिको के रास्ते अमेरिका जाने का था प्लान. पुलिस ने जब पकड़े गए दोनों यात्रियों से पूछताछ की तो पता चला कि वे मेक्सिको के रास्ते अमेरिका में घुसना चाहते थे। जिसके लिए उन्हें 25 लाख रुपए में अमित खेंची नामक एजेंट ने उन्हें मेक्सिको का टूरिस्ट वीजा दिलाया था। दोनों के बयान के आधार पर आगे की जांच करते हुए पुलिस ने आरोपित अमित खेंची को भी गिरफ्तार कर लिया। आरोपित अमित ने पूछताछ में बताया कि वह स्टूडेंट वीजा का काम करता है। साथ ही लोगों को अवैध रूप से विदेश भेजने का भी काम करता है। पिछले साल वह हरप्रीत सिंह नामक एजेंट के सम्पर्क में आया, जिसने उसे 21 लाख प्रति यात्री पर मेक्सिको का वीजा अरेंट करवाने का भरोसा दिया था।

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