दिल्ली: पुलिस ने पेरिस के लिए फर्जी वीजा तैयार करने वाले आरोपी को किया गिरफ्तार
दिल्ली क्राइम न्यूज़ स्पेशल: इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआई) पुलिस ने फ्रांस के फर्जी वीजा पर पेरिस जा रहे तीन यात्रियों की गिरफ्तारी के बाद इस मामले के मुख्य आरोपित समेत दो को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान पंजाब के संदीप कुमार और उत्तम नगर, दिल्ली के गुरविंदर सिंह के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, 16 मार्च को सीआईएसएफ की टीम ने आईजीआई एयरपोर्ट पर फर्जी वीजा होने के शक पर पेरिस जा रहे तीन हवाई यात्रियों सुचा सिंह, सुरजीत सिंह और अमनदीप सिंह को पकड़ा था। बाद में जर्मन एम्बेसी के एयरपोर्ट लायजन ऑफिसर ने वीजा के फर्जी होने की पुष्टि की थी। इस मामले में सीआईएसएफ की टीम ने आरोपित हवाई यात्रियों को आईजीआईए पुलिस के हवाले कर दिया था। इस मामले में एसएचओ यशपाल सिंह के नेतृत्व में एसआई संजीव चौधरी, एएसआई प्रदीप, हेड कॉन्स्टेबल रामावतार और कॉन्स्टेबल अमरजीत की टीम का गठन कर मामले की जांच में लगाया गया था।
पुलिस ने उन यात्रियों को रिमांड पर ले कर, उनसे पूछताछ की। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि वो सभी पंजाब के रहने वाले हैं। उन्होंने संदीप कुमार नाम के एक एजेंट से वीजा प्राप्त किया था। इसके लिए सभी ने उक्त एजेंट को तय रकम दी थी, जिसमें से कुछ तो कैश थे बाकी एजेंट के एकाउन्ट में ट्रांसफर किया था। पुलिस ने 17 मार्च को गुप्त सूचना के आधार पर महिपालपुर इलाके से संदीप कुमार को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपित एजेंट संदीप ने बताया कि उसने गौरव गोसाईं और गुरविंदर नाम के एजेंट से फर्जी वीजा स्टिकर लिया था। उसने बताया कि वो गुरविंदर के द्वारा गौरव गोसाईं के संपर्क में आया था। कई बार उनसे दिल्ली और पंजाब में मिल चुका है। उन्होंने मिल कर फर्जी वीजा स्टिकर और लोगों को विदेश भेजने के नाम ठगने की साजिश रची थी। हवाई यात्रियों से लिये गए पैसों में से अपना हिस्सा काट कर बाकी पैसे उसने गौरव गुसाईं और गुरविंदर के अकाउन्ट में ट्रांसफर कर दिया था। पुलिस टीम संदीप को रिमांड पर लेकर आगे जांच की और उत्तम नगर इलाके से गुरविंदर को भी गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में गुरविंदर ने बताया कि वो सालों से गौरव को जानता है। गौरव गुसाईं ही उसे फ्रांस का फर्जी टूरिस्ट वीजा उपलब्ध कराता था।