दिल्ली पुलिस ने जोरबाग मेट्रो स्टेशन पर युवती से छेड़छाड़ करने वाले आरोपी को किया गिरफ़्तार
दिल्ली क्राइम न्यूज़: दिल्ली मेट्रो के योलो लाइन पर स्थित जोर बाग मेट्रो स्टेशन पर बीते माह एक युवती से छेड़छाड़ और यौन उत्पीडऩ करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने यह हरकत 2 जून को की थी। इसके बाद युवती ने अपनी आप बीती ट्विटर पर पोस्ट डालकर बताया था। मामला मीडिया में आने के बाद काफी चर्चा में आई थी। इसके बाद आरोपी नेपाल फरार हो गया है। आखिरकार ट्रैक करते हुए पुलिस ने एक माह बाद साकेत इलाके से 40 वर्षीय मानव अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया है। वह कोटला मुबारकपुर का रहने वाला है। उसकी शादी नहीं हुई है और इस समय वह बेरोजगार है। इस दौरान उसने कोर्ट अपनी अग्रिम जमानत याचिका भी दायर की थी। डीसीपी रेलवे हरेंद्र सिंह ने बताया कि पीडि़ता ने अपने साथ हुई घटना को लेकर पुलिस में शिकायत नहीं दी थी। उसने 2 जून को अपने ट्विटर पर पोस्ट डालकर बताया था कि आरोपी ने पता पूछने के बहाने पहले उससे बातचीत शुरू की थी। उसके बाद वह युवती का पीछा करता हुआ जोर बाग स्टेशन के बाहर आ गया और पते के बारे में अधिक जानकारी लेने लगा। वह गुरुग्राम की रहने वाली है और दो जून को जब वह मेट्रो की येलो लाइन पर हुडा सिटी सेंटर से सफर कर रही थी।
तभी एक अजनबी व्यक्ति ने उससे एक पता पूछा। महिला ने दावा किया था कि बाद में जब वह मेट्रो ट्रेन से उतरकर कैब बुक करने के लिए प्लेटफार्म पर पहुंची तो आरोपी फिर उसका पीछा करता हुआ आया। जब उसने उस शख्स की मदद करने की कोशिश की, पर इसी दौरान आरोपी उसके सामने आकर अपने गुप्तांग का प्रदर्शन करने लगा। पीडि़ता ने यह भी आरोप लगाया था कि इस घटना के समय प्लेटफार्म पर मौजूद पुलिसकर्मी ने भी उसकी मदद नहीं की थी। इस पोस्ट के मीडिया में आने के बाद जहां आई एन ए मेट्रो पुलिस ने तत्काल इस मामले में छेडछाड व अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। साथ ही स्पेशल पुलिस यूनिट फॉर विमेन एंड चिल्ड्रेन की टीम ने पीडि़ता से मुलाकात और लगातार उनके संपर्क में रही। वहीं फरार आरोपी ने 4 जून को नेपाल भाग गया था। उसने उस अवधि के दौरान अग्रिम जमानत के लिए भी आवेदन किया था। डीसीपी ने बताया कि जांच टीम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी के बारे में जानकारी जुटाने के लिए पहले जोरबाग मेट्रो स्टेशन और उसके आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की छानबीन की गई। इसमें एक सीसीटीवी फुटेज में दिखा जिसमें वह सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन से मेट्रो परिसर में आते हुए दिखा था।
नाई की दुकान पर ईवॉलेट से किया पेमेंट ने पहुंचाया जेल: आरोपी की पहचान और तलाश के लिए पुलिस की 10 टीमें जिसमें 90 से अधिक पुलिस कर्मी से को लगाया गया था। यह टीमें सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ ही उसके रूट को भी खंगाल रहे थे। सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन में फुटेज मिलने के बाद टीम ने उसके आस पास के फुटेज खंगाले। इसमें वह मेट्रो स्टेशन से फल खरीदकता हुआ दिखा। जब टीम जांच करने पहुंची तो पता चला कि वह एक नाई की दुकान में भी गा था, जहां उसने ईवॉलेट से पेड किया था। यही पुलिस के लिए उसकी पहचान का सुराग बना। इसके बाद पुलिस ने उसे ट्रैक करना शुरू कर दिया था। इसके साथ ही पुलिस ने उसके खाते भी सील कर दिए। टीम मुखबिर और टेक्निकल सर्विलांस के माध्यम से उसके बारे में जानकारी जुटाती रही। इसी दौरान एक सूचना पर पुलिस ने आरोपी को साकेत से गिरफ्तार कर लिया।