दिल्ली पुलिस ने व्यावसायिक परियोजना में निवेश करने के नाम पर आरोपी को किया गिरफ़्तार
एनसीआर क्राइम न्यूज़: नोएडा एक्सप्रेसवे के किनारे व्यावसायिक परियोजना में निवेश करने के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले आरोपी को दिल्ली पुलिस ने अरेस्ट किया है। आरोपी एक रियल एस्टेट कंपनी का निदेशक है। जिसने व्यावसायिक परियोजना में निवेश कराने के नाम पर लोगों से करीब 30 करोड़ रुपये की ठगी की थी। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने रियल इस्टेट कंपनी के निदेशक को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया है।
यूएसए में काम करता था आरोपी: मिली जानकारी के अनुसार आरोपियों ने नोएडा एक्सप्रेसवे के पास व्यावसायिक परियोजना दिलवाने के नाम पर करीब 150 से अधिक निवेशकों से तकरीबन 30 करोड़ रुपए की ठगी की थी। रियल इस्टेट कंपनी के निदेशक दीप कंवर सिंह वालिया के पास अमेरिका के न्यू जर्सी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से मास्टर डिग्री है।
इससे पहले भी दर्ज हुए कई मामले:आरोपी दीप कंवर सिंह वालिया यूएसए में काम करता था। उसके बाद भारत आकर उसने अपने सहयोगी निवेशकों के साथ ठगी की। क्राइम ब्रांच स्पेशल कमिश्नर रविंद्र कुमार यादव ने बताया कि आरोपी के खिलाफ ईओडब्ल्यू में धोखाधड़ी, ठगी और रुपए की हेराफेरी की शिकायत इससे पहले भी दर्ज की जा चुकी है। आरोपी के खिलाफ यह मामला वर्ष 2018 में दर्ज किया गया था।
वर्ष 2018 में की थी धोखाधड़ी: मामला दर्ज कराने वालों का कहना था कि आरोपियों ने वर्ष 2012-13 में व्यावसायिक टावर में निवेश कराया था। उन्होंने 99 दिन में 33 मंजिला टावर तैयार करने का दावा किया था। आरोपी के झांसे में आकर निवेशकों ने परियोजना में निवेश कर दिया। कंपनी के लोगों ने बिना निर्माण कार्य किए निवेशकों से पैसे ले लिए। जांच के दौरान धोखाधड़ी की बात का खुलासा किया गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक निदेशक राजौरी गार्डन निवासी सतिंदर सिंह भसीन को पहले पकड़ चुके हैं।