दिल्ली एनसीआर न्यूज़: रुपये के विवाद में मेरठ के न्यू सैनिक विहार में रहने वाले भूपेन्द्र व उसके बेटे को अगवा कर शामली में उनकी हत्या करने वाला सिपाही विक्रांत मलिक नोएडा के सेक्टर-93 में रहने वाले देश की खुफिया एजेंसी आईबी के पूर्व चीफ सैयद आसिफ इब्राहिम का पीएसओ तैनात है। जिसे सूरजपुर स्थित पुलिस लाइन से पूर्व आईबी के पीएसओ के रूप में तैनात किया गया था। विक्रांत अपनी ड्यूटी से गायब होकर दोहरे हत्याकांड को अंजाम दे आया। शामली में दोहरा हत्याकांड को अंजाम देने की खबर नोएडा पुलिस के पास जब पहुंंची तो हडक़ंप मच गया। विक्रांत के अतीत के बारे में पुलिस अधिकारी भी पता करने में जुट गए। पुलिस लाइन के प्रतिसार अधिकारी (आरआई)से भी अधिकारियों ने विक्रांत मलिक के बारे में अपने स्तर से जानकारी एकत्र की। शामली पुलिस से रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस कमिश्नर के आदेश पर सिपाही विक्रांत को निलंबित कर दिया गया। दोहरा हत्याकांड़ को अंजाम देने वाला सिपाही विक्रांत वर्ष 2016 बैच का सिपाही है। जो मूल रूप से शामली के गांव मखमूलपुर का निवासी है। जो इन दिनों देश की खुफिया एजेंसी के पूर्व चीफ की सुरक्षा में बतौर एक साल से तैनात था। पुलिस उसकी इस करतूत से पूर्व आईबी चीफ व उनका परिवार भी सकते में है। गौतमबुद्व नगर पुलिस कमिश्नरेट के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर लव कुमार ने बताया कि शामली पुलिस ने सिपाही विक्रांत के बारे में जानकारी देते हुए एक रिपोर्ट भेजी थी। जिसके आधार पर उसके खिलाफ निलंबन के साथ साथ विभागीय कार्रवाई भी की जा रही ताकि उसे विभागीय जांच के बाद बर्खास्त किया जा सके। वहीं देर रात विक्रांत व उसके एक साथी को शामली पुलिस ने गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त सर्विस पिस्टल व अन्य असलहा बरामद किया है। पुलिस अब हत्या में प्रयुक्त होंडा सिटी कार व हत्या के दौरान सिपाही विक्रांत के पहने हुए कपड़े बरामद करने का प्रयास कर रही है।
पीसीआर कर्मियों के सामने ही पिता-पुत्र कार में बैठा कर ले गया आरोपी सिपाही: बुधवार को शामली के कांधला थाना क्षेत्र के गांव सल्फा के जंगल में नलकूप पर मेरठ के कंकरखेड़ा क्षेत्र के न्यू सैनिक नगर कालोनी निवासी भूपेन्द्र सिंह व उनके बेटे अर्जुन का शव मिला था। इनकी हत्या का आरोप उनके पडोसी विक्रांत मलिक पर लगा। जो कि नोएडा पुलिस में तैनात है और मूल रूप से शामली के मखमलपुर गांव का रहने वाला है। इन दिनों आईबी के पूर्व निदेशक के पीएसओ के रूप में ड्यूटी पर तैनात है। शामली पुलिस के मुताबिक भूपेंद्र सिंह ने सेना में विक्रांत के भाई को भर्ती कराने के नाम पर रुपये ले लिए थे। नौकरी न लगने पर विक्रांत लगातार भूपेंद्र और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहा था। इसके चलते भूपेंद्र व उनकी मां सुरेंद्र रुपये देने के लिए सिपाही के घर पहुंच गए। रुपये पूरे न देने पर सिपाही भडक़ गया और मां-बेटे को बंधक बना लिया। बुधवार को भूपेंद्र से कॉल कराकर उसके इकलौते बेटे अर्जुन को भी शामली बुला लिया। भूपेन्द्र की मां पीसीआर पुलिस को लेकर जब विक्रांत के पास बेटे व पोते को मुक्त कराने के लिए पहुंची तो विक्रांत ने पीसीआर पर तैनात पुलिस कर्मियों को धमकाते हुए उनके सामने ही पिता-पुत्र को अपने साथ थाने ले जाने की बात कहते हुए अपनी कार में बैठा ले गया और कुछ ही दूरी पर दोनों के शव कुछ देर बाद पुलिस को मिले। मामला तूल पकड़ते ही शामली पुलिस के एसपी सुकीर्ति माधव ने पीसीआर पर तैनात दो पुलिस कर्मियों को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर आरोपी सिपाही विक्रांत के आवास पर छापेमारी की लेकिन उसकी पत्नी व मां ने दरवाजा नहीं खोला तो पुलिस ने बुलडोजर मंगा कर घर का गेट तोड़ा और मां व पत्नी को हिरासत में ले लिया। विक्रांत की तलाश में एक टीम नोएडा भी पहुंची लेकिन वह अपने ठिकाने पर नहीं मिला।