दिल्ली: कई छात्र संगठन सीबीएसई के सिलेबस में बदलाव का कर रहे विरोध, जानिए क्यों
दिल्ली: सीबीएसई बोर्ड ने कक्षा 9, 10, 11 और 12 के लिए नया सिलेबस घोषित किया है। सिलेबस में किए गए बदलाव के तहत दसवीं के सामाजिक विज्ञान के पाठ्यक्रम से उर्दू शायर फैज अहमद फैज की नज्मों को हटा दिया गया है। सीबीएसई ने कक्षा 11 वीं की पुस्तक से इस्लाम की स्थापना, उसके उदय और विस्तार की कहानी बताने वाले अध्याय सेंट्रल इस्लामिक लैंड्स को हटाया है। वहीं 12वीं कक्षा की पुस्तक से मुगल साम्राज्य से जुड़े पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है।
इन बदलावों पर ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन (एआईडीएसओ) का कहना है कि सीबीएसई ने अलोकतांत्रिक रूप से अपने पाठ्यक्रम से कुछ हिस्सों को बाहर रखा है। एआईडीएसओ के महासचिव सौरव घोष ने कहा कि भारत में शिक्षा प्रणाली पर सरकार के हमले बढ़ते जा रहे हैं। देश में प्रदान की जा रही शिक्षा सत्ता पक्ष की विचारधारा के अनुकूल और प्रतिबिंबित हो यह सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं। कक्षा 10 की एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तक से लोकतंत्र और विविधता, लोकप्रिय संघर्ष आंदोलन और लोकतंत्र की चुनौतियां जैसे अध्यायों का बहिष्कार, कक्षा 11 के इतिहास पाठ्यक्रम से सेंट्रल इस्लामिक लैंड्स को हटाए जाने का भी विरोध किया जा रहा है।
स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑर्गनाइजेशन (एसआईओ) भी इसका विरोध कर रहा है। छात्रों के इस संगठन का कहना है कि सीबीएसई के लोकतंत्र और विविधता जैसे विषयों को पाठ्यक्रम से हटाने के फैसले का किसी भी अकादमिक आधार पर कोई मतलब नहीं है। स्कूल के पाठ्यक्रम से महत्वपूर्ण विषयों को हटाने के पीछे एकमात्र तर्क यह है कि सीबीएसई अब एक संकीर्ण, पक्षपातपूर्ण और वैचारिक एजेंडे को आगे बढ़ा रहा है। स्टूडेंट्स इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया (एसआईओ) के राष्ट्रीय सचिव फवाज शाहीन ने कहा बच्चों की शिक्षा में नफरत और विभाजन को डाला जा रहा है और यह हम सभी के लिए चिंता का विषय होना चाहिए।
सीबीएसई कक्षा 10, 12 का संशोधित पाठ्यक्रम आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है। सीबीएसई से संबंधित स्कूलों के कुछ शिक्षकों ने बताया कि बोर्ड ने सिलेबस में से कुछ अध्याय और इकाइयों को हटा दिया है। इसी तरह पहले हटाए गए कुछ हिस्सा को वापस जोड़ दिया गया है। दसवीं कक्षा की पुस्तक लोकतांत्रिक राजनीति की पृष्ठ संख्या 46,48, 49 पर मौजूद तस्वीरों को सिलेबस से हटाया गया है। इनमें दो पोस्टर और एक पॉलिटिकल कार्टून है। इस पुस्तक में धर्म, सांप्रदायिकता और राजनीति के अंतर्गत सांप्रदायिकता में राजनीति की भूमिका समझाने के लिए तीन कार्टून दिए थे। यहां दो कार्टून में फैज की नज्में भी थीं। नए सिलेबस में सीबीएसई ने कक्षा 10 और कक्षा 12 के पाठ्यक्रम को दो भागों में विभाजित नहीं किया गया है। इसलिए माना जा रहा है कि सीबीएसई की 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा अगले वर्ष से पहले की तरह साल में केवल एक बार आयोजित की जाएगी। इस निर्णय के बाद बोर्ड परीक्षाएं दो अलग-अलग सत्रों में आयोजित नहीं होंगी। हालांकि यह व्यवस्था शैक्षणिक वर्ष 2022-23 से शुरू की जाएगी।
सीबीएसई ने इनके अलावा भी कई अन्य बदलाव किए हैं जिनमें विज्ञान और गणित जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल हैं। जारी किए गए नए सिलेबस के अंतर्गत गणित के कई अध्याय को हटाकर उनके स्थान पर नए अध्याय जोड़े गए हैं।