नई दिल्ली (आईएएनएस)। यमुना पर एक ड्रेन रेगुलेटर फेल होने के बाद मध्य दिल्ली के व्यस्ततम ट्रैफिक इलाकों में से एक आईटीओ पर यमुना का पानी घुस आया। इसे लेकर शुक्रवार को उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना और राज्य में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के मंत्री सौरभ भारद्वाज के बीच मीडिया के सामने ही आरोप-प्रत्यारोप का खेल शुरू हो गया।
इससे पहले दिन में सक्सेना ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उनके मंत्रियों आतिशी और भारद्वाज के साथ आईटीओ स्थित विकास भवन में उस स्थान का दौरा किया, जहां गुरुवार रात एक ड्रेन रेगुलेटर क्षतिग्रस्त हो गया था।
मीडिया से बात करते हुए, एलजी ने कहा, "गेट नंबर 12 टूट जाने के कारण यमुना का पानी आईटीओ की ओर जा रहा है। सेना और एनडीआरएफ, सिंचाई विभाग, बाढ़ विभाग और अन्य सभी विभागों की टीमें काम कर रही हैं। जिस तरह से काम चल रहा है, मुझे उम्मीद है कि अगले 4 से 5 घंटों में कुछ नतीजा मिल सकता है।”
उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि एक टीम वेल्डिंग का काम कर रही है और ड्रेन रेगुलेटर की मरम्मत का काम तीन-चार मोर्चों पर किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, "पानी को रोकने के लिए रेत की बोरियां रखी जा रही हैं। इसके लिए प्लेटें भी आ रही हैं और उन्हें फिट किया जाएगा। तटबंध को मजबूत करने के लिए पत्थर भी लाए जा रहे हैं। सेना अपना काम कर रही है और हमें उम्मीद है कि जिस तरह से काम चल रहा है हम सफल होंगे। यमुना के तेज प्रवाह को देखते हुए इसे रोकने की जरूरत है ताकि बाढ़ का पानी शहर में न घुसे। इसके लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।''
जब उनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुरुवार रात फ्रांस से दिल्ली में बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी लेने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "उन्होंने दिल्ली की स्थिति के बारे में जानकारी ली। उनकी चिंता यह थी कि दिल्ली के लोगों को बाढ़ के कारण कठिनाई न हो। रात से हम सभी के साथ संपर्क में हैं। सोनिया विहार क्षेत्र में भी दरार की सूचना मिली थी और उससे निपट लिया गया है। यहां (आईटीओ पर) भी इसे ठीक कर लिया जाएगा। यह अभूतपूर्व स्थिति है और हर चीज से निपटा जाएगा और हम सभी साथ मिलकर काम करेंगे।"
भारद्वाज ने एलजी को बीच में ही टोकते हुए कहा, "मैंने रात से कई अधिकारियों से एनडीआरएफ और सेना को शामिल करने का अनुरोध किया था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब एनडीआरएफ आई है, और हम उन्हें धन्यवाद देते हैं और स्थिति संभाल ली जाएगी। लेकिन मुख्य सचिव के ग्रुप में मौजूद होने के बावजूद किसी अधिकारी ने जवाब नहीं दिया।"
इस पर उपराज्यपाल ने कहा, "मैं आपको बताना चाहूंगा कि यह समय किसी पर आरोप लगाने या टिप्पणी करने का नहीं है। अभी हमें टीम वर्क करने की जरूरत है। मैं भी बहुत कुछ कह सकता हूं लेकिन अभी इसकी जरूरत नहीं है।..."
उन्होंने कहा, "मैंने गृह मंत्री से बात की है और सेना तथा एनडीआरएफ की टीम को यहां भेजा गया है। अब हमें धैर्य के साथ काम करने और एकजुट होकर काम करने की जरूरत है। अगर हम दोषारोपण के खेल में पड़ गए तो हम सभी परेशान होंगे।"
इस बीच, केजरीवाल ने कहा, "सभी टीमें इसे ठीक करने के लिए काम कर रही हैं। हमें उम्मीद है कि अगले तीन से चार घंटे में इसे ठीक कर लिया जाएगा क्योंकि यहां से पानी शहर में प्रवेश कर रहा है। यह अच्छा है कि यमुना में पानी घटना शुरू हो गया है। हम कोशिश कर रहे हैं कि पानी को शहर में प्रवेश करने से रोकें।”
यमुना का जलस्तर पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ता हुआ गुरुवार को बढ़कर 208.66 तक पहुंच गया था।
शुक्रवार को यह 208.35 मीटर पर बह रही है।
दिल्ली में बाढ़ के बाद कई निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं और कई सड़कों पर पानी भर गया है।