दिल्ली: गुस्से में आकर पत्नी के प्रेमी को उतारा मौत के घाट, पुलिस ने किया गिरफ्तार
दिल्ली क्राइम न्यूज़: नंदग्राम थानाक्षेत्र के भट्टा नंबर.5 पर मंगलवार रात एक युवक ने अपने भाई के साथ मिलकर पत्नी के प्रेमी को पीट.पीट कर मौत के घाट उतार दिया। बताया गया है कि युवक को पहले से अपनी पत्नी पर शक था, लेकिन मंगलवार रात को उसने जब पत्नी को प्रेमी के साथ देखा तो वह तैश में आ गया और उसने अपने बड़े भाई की मदद से पत्नी के प्रेमी को लाठी.डंडे से पीट.पीट कर मार डाला। पुलिस ने मृतक के भाई की शिकायत पर केस दर्ज कर हत्यारोपी दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आलाकत्ल लाठी.डंडा भी बरामद कर लिया है। एसएचओ नंदग्राम अमित कुमार काकरान ने बताया कि मृतक की पहचान राहुल (30) निवासी गांधी कॉलोनी मोदीनगर के रूप में हुई है। राहुल पेशे से इलैक्ट्रिशियन था। उसके भट्टा नंबर.5 रोड निवासी लक्ष्मी से करीब तीन साल से संबंध थे। मंगलवार रात को राहुल उससे मिलने उसके घर गया था। पुलिस का कहना है कि जिस वक्त राहुल अपनी प्रेमिका लक्ष्मी के साथ उसके घर में मौजूद था, उसी दौरान लक्ष्मी का पति अरुण भी आ गया। दोनों को साथ देखकर अरुण तैश में आ गया और दूसरी मंजिल पर रहने वाले अपने भाई विनोद को भी बुला लिया। इसके बाद दोनों भाइयों ने राहुल पर लाठी.डंडों से हमला बोल दिया, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उपचार के दौरान अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
अचेत हुआ राहुल तो मचाया घर में चोर घुसने का हल्ला: एसएचओ अमित काकरान ने बताया कि पिटाई में राहुल के अचेत हो जाने पर हत्यारोपी भाइयों के होश फाख्ता हो गए। खुद को बचाने के लिए उन्होंने घर में चोर घुस आने का हल्ला काटकर खुद ही पुलिस बुला ली। अरुण ने गुमराह करने के लिए पुलिस को बताया कि एक चोर घर में आ घुस आया था, उसे मौके पर पकड़ लिया गया। एसएचओ ने बताया कि जब पुलिस ने राहुल को देखा तो वह मरणासन्न स्थिति में था। पुलिस द्वारा ही उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। इस दौरान पुलिस ने सूचना देकर राहुल के परिजनों को भी बुला लिया। मृतक के भाई प्रदीप ने अरुण व विनोद के खिलाफ तहरीर दी। एसएचओ का कहना है कि बुधवार को केस दर्ज कर आरोपी भाइयों अरुण और विनोद को गिरफ्तार कर लिया गया।
तीन साल पहले कंपनी में हुई थी लक्ष्मी से राहुल की मुलाकात: एसएचओ ने बताया कि करीब तीन साल पहले राहुल और लक्ष्मी एक ही कंपनी में नौकरी करते थे। नौकरी करने के दौरान ही दोनों की मुलाकात हुई थी। यहीं से वह एक दूसरे के करीब आ गए थे। हालांकि लक्ष्मी ने अरुण से प्रेम विवाह कर लिया था, लेकिन इसके बावजूद वह राहुल के संपर्क में लगातार बनी हुई थी। उधर, हत्यारोपी अरुण ने पुलिस को बताया कि उसे पत्नी व राहुल के संबंधों का पहले से शक था, लेकिन रात में राहुल को अपनी पत्नी के साथ देखकर वह तैश में आ गया और उसने अपने भाई के साथ मिलकर उसकी पीट.पीट कर हत्या कर दी।