दिल्ली : बस में बच्ची से छेड़छाड़, परिजनों ने प्रबंधन पर लगाए गंभीर आरोप
दिल्ली एनसीआर: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के स्कूलों में बच्चों के साथ हो रही वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। अब दिल्ली के बेगमपुर इलाके में छह साल की बच्ची से बस में छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। पुलिस ने वारदात में शामिल 16 वर्षीय छात्र को हिरासत में लेकर उसे बाल सुधार गृह भेज दिया है। पीड़िता बेगमपुर स्थित एक निजी स्कूल में पढ़ती है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि वह बस से स्कूल आती जाती है। बच्ची की मां ने बताया कि जब बेटी 23 अगस्त को बस उतरी तो उसका बैग गीला था। बच्ची ने बताया कि स्कूल के ही छात्र ने बस में उसके साथ अश्लील हरकत की है। इसके बाद वह अपने पति के साथ 24 अगस्त को स्कूल गई और घटना की जानकारी स्कूल के प्रिंसिपल और वाइस प्रिंसिपल को दी।
फिर 30 अगस्त को बेगमपुर थाने में लिखित शिकायत दी। इसके आधार पर पुलिस ने आरोपी छात्र के खिलाफ छेड़छाड़ और पोक्सो की धारा में मुकदमा दर्ज कर छात्र को हिरासत में ले लिया गया। बच्ची के माता-पिता का आरोप है कि 25 अगस्त को चेयरमैन ने उन्हें स्कूल में बुलाया और शिकायत वापस लेने को कहा। परिजनों ने यह भी आरोप लगाया है कि स्कूल के चेयरमैन ने उनकी सोसायटी के लोगों के बीच बच्ची की पहचान उजागर कर दी।
इस संबंध में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है। आयोग ने मामले में दर्ज प्राथमिकी की कॉपी के साथ मामले में हुई कार्रवाई की जानकारी मांगी है। आयोग ने यह भी पूछा है कि क्या पुलिस को मामले की सूचना न देने और बच्चे की पहचान उजागर करने के लिए पॉक्सो अधिनियम के तहत अध्यक्ष, स्कूल प्रबंधक, प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल और अन्य स्कूल अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
आयोग ने दिल्ली पुलिस से मामले में पांच सितंबर तक की गई कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है। आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि उनके सामने स्कूल में एक सीनियर छात्र द्वारा 6 साल की बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न की हैरान करने वाली वारदात सामने आई है। यह घटना बहुत गंभीर है। आरोपियों से सख्ती से निपटा जाना चाहिए। मामले को दबाने की कोशिश करने वाले स्कूल अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए।