दिल्ली वन विभाग ने आया नगर में लगभग 500 निवासियों को बेदखली नोटिस जारी
दिल्ली वन विभाग ने आया नगर में लगभग 500 निवासियों को बेदखली नोटिस जारी करके उस वनभूमि को ”खाली” करने के लिए कहा है
दिल्ली वन विभाग ने आया नगर में लगभग 500 निवासियों को बेदखली नोटिस जारी करके उस वनभूमि को "खाली" करने के लिए कहा है, जिस पर वर्षों पहले उन्होंने "अतिक्रमण" कर लिया था. निवासियों का दावा है कि लगभग 500 मकान मालिकों को नोटिस जारी किया गया है, जो 30 वर्ष से अधिक समय से क्षेत्र में रह रहे हैं.
नोटिस में कहा गया है कि 24 मई, 1994 की अधिसूचना के जरिए संबंधित क्षेत्र को "संरक्षित वन" घोषित किया गया है और निवासियों ने भारतीय वन अधिनियम, 1927 की धारा 26 का उल्लंघन कर भूमि पर अतिक्रमण कर लिया था. तीन अगस्त को जारी इस नोटिस में कहा गया है कि अतिक्रमणकारियों को सात दिन के अंदर वन भूमि को खाली करना है, जिसके बाद ढांचों को ढहाकर सभी सामान जब्त कर लिया जाएगा. वन विभाग ने बृहस्पतिवार को समय सीमा समाप्त होने के बाद कहा कि उसने अभी विध्वंस अभियान शुरू नहीं किया है.
यह मॉल 10 लाख वर्ग फुट में फैला है
बता दें कि बीते दिनों खबर सामने आई थी कि दिल्ली के सबसे मंहगे इलाकों में से एक दक्षिणी दिल्ली स्थित एंबियंस मॉल की नीलामी होगी. इसकी नीलामी के लिए वैल्युएशन को लेकर अभी चर्चा जारी है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से यह बात कही है. डीएलएफ इस मॉल की बोली का मूल्यांकन कर रहा है जिसकी शुरुआती कीमत 36.6 करोड़ डॉलर (2900 करोड़ रुपये) रखी गई है. बता दें कि यह मॉल 10 लाख वर्ग फुट में फैला है.
कोई जवाब नहीं आया है
खबरों के अनुसार, मॉल के वर्तमान मालिक, एंबियंस ग्रुप ने इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस और अन्य लेनदारों को करीब 14.0 करोड़ डॉलर का कर्ज नहीं चुकाया है. अब डीएलएफ इस मॉल की ऑक्यूपेंसी स्टेटस और कॉन्ट्रैक्ट संबंधी दायित्वों से जुड़े आंकड़ों की समीक्षा करेगा. इसके बाद फिर विचार किया जाएगा कि मॉल के लिए बोली लगाई जाएगी या नहीं. गौरतलब है कि इस बारे में डीएलएफ की ओर से कोई बयान नहीं आया है. साथ ही एंबियंस ग्रुप के डायरेक्टर अमन गहलोत ने भी नोटिस या नीलामी प्रक्रिया पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया है. इस पर इंडियाबुल्स की ओर से भी कोई जवाब नहीं आया है.