दिल्ली: साइबर पुलिस ने क्रेडिट और डेबिट कार्ड में ठगी की वारदात करने वाले तीन आरोपी को किया गिरफ्तार
दिल्ली क्रीम न्यूज़ अपडेटेड: पूर्वी जिला के साइबर थाना पुलिस ने एक ऐसे गैंग का खुलासा किया है जो क्रेडिट और डेबिट कार्ड में सेंध लगाकर ठगी की वारदातों को अंजाम देते थे। बदमाशों ने पूर्वी दिल्ली के एक व्यक्ति के खाते से 3.48 लाख रुपये उड़ा भी लिये थे। पुलिस पीड़ित के 1.86 लाख रुपये वापस दिलवाने में कामयाब हो गई है। पुलिस ने इस संबंध तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपितों की पहचान जितेंद्र सिंह (20), सुशील (26) और दीपक पांडेय (28) के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपितों के पास से कुल 15 सिमकार्ड, 14 चेकबुक, पासबुक, 13 डेबिट कार्ड, तीन मोबाइल फोन और अन्य सामान बरामद किया है। गैंग का मुखिया चिरी फिलहाल अभी फरार है। पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश कर रही है। पूर्वी जिले की डीसीपी प्रियंका कश्यप ने बताया कि पिछले दिनों पूर्वी जिला के साइबर थाने को ठगी की शिकायत मिली थी। मनोहरन सीजी ओम नामक शख्स ने बताया कि उसके पास आरबीएल बैंक का क्रेडिट कार्ड है। पिछले दिनों बदमाशों ने उसके क्रेडिट कार्ड में सेंध लगाकर 3.48 लाख रुपये उड़ा लिये। वारदात के समय वह सो रहा था। बैंक से जब उसके मोबाइल पर कॉल आया तो उसे ठगी का पता चला।
पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। पुलिस ने सबसे पहले उस खाते ही जानकारी जुटाई, जिसमें ठगी की रकम ट्रांसफर हुई थी। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि खाता धारक जितेंद्र सिंह नामक युवक है जो सौरभ विहार, जैतपुर में रहता है। पुलिस ने सबसे पहले उसे दबोचा। पूछताछ के दौरान जितेंद्र ने बताया कि खाते के ऑपरेशन के लिए उसने सुशील नामक युवक को पांच हजार रुपये में बेच दिया है। सुशील ने खाते को अपने ही मोबाइल नंबर से लिंक करा लिया है। सुशील की तलाश हुई तो वह अपने घर से गायब मिला। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि सुशील को जितेंद्र की गिरफ्तारी का पता चल गया था, इसलिए वह फरार हुआ। पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस की मदद से 19 मार्च को आरोपित सुशील को जेएमडी, गलेरिया, सोहना रोड, गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद आरोपित ने अपराध कबूल कर लिया।
उसने बताया कि जितेंद्र के अकाउंट को उसने भी आगे चिरी नामक युवक को बेच दिया था। इनके खाते से 1.86 लाख रुपये बरामद हुए, जिनको पुलिस ने पीड़ित के खाते में वापस ट्रांसफर कर दिया। पुलिस पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।