दिल्ली: पार्षद निगम एकीकरण के बाद भी क्षेत्रीय कार्यालय में जनता के बीच रहेंगे उपलब्ध

Update: 2022-04-02 09:10 GMT

दिल्ली न्यूज़: राजधानी में निगमो के एकीकरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. ऐसे निगमों के चुनाव कब और कैसे होंगे, इसको लेकर अभी कुछ साफ नहीं है. इस बीच जब वर्तमान में पार्षदों से उनकी फ्यूचर प्लानिंग के बारे में जानने की कोशिश की. वह किस तरह से जनता के बीच बने रहेंगे, तो तीनों राजनीतिक दलों के पार्षदों ने अपने अपने तरीके से जवाब देते हुए कहा कि वह जनता के बीच अपने क्षेत्रीय कार्यालय और जन संवाद कार्यक्रमों के जरिए जुड़े रहेंगे. साथ ही जनता की समस्याओं समाधान को लेकर के अधिकारियों के संपर्क उन्हें हल भी करवाने का प्रयास करेंगे. वर्तमान समय में देश की राजधानी दिल्ली में नगर निगम के प्रमुख चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच में जमकर राजनीति हो रही है, जिसके चलते राजधानी का सियासी माहौल पूरी तरीके से गरमाया हुआ है. इस बीच संसद के अंदर तीनों नगर निगमों के एकीकरण को लेकर विधेयक पेश किए जाने के बाद इतना तो साफ हो गया है कि फिलहाल अगले एक साल तक दिल्ली के अंदर नगर निगम के प्रमुख चुनाव नहीं होने जा रहे हैं. इसका एक मतलब है कि जल्द ही दिल्ली की तीनों नगर निगमों के एकीकरण की प्रक्रिया के मद्देनजर निगम को भंग किया जाएगा.

दिल्ली नगर निगम के वर्तमान पार्षदों से बातचीत कर यह सवाल पूछा कि नगर निगम के एकीकरण हो जाने के चलते अगले एक साल तक निगमों के चुनाव नहीं होंगे. ऐसे में भविष्य को ध्यान में रखते हुए उनकी क्या योजना है और वह कैसे जनता के बीच में बने रहेंगे और जन समस्याओं का समाधान करेंगे. साउथ एमसीडी में नेता सदन की भूमिका निभा रहे बीजेपी के दिग्गज क्षेत्रीय नेता इंद्रजीत सहरावत से जब यह सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि तीनों नगर निगमों को वर्तमान समय में उनकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए एकीकरण करने का निर्णय जो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लिया है. वह पूर्णतया स्वागत योग्य है. इससे निश्चित तौर पर न सिर्फ आर्थिक स्थिति ठीक होगी बल्कि निगम भी सुदृढ़ होगी और लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल पाएगी. जहां तक हमारी बात रही तो पार्षद के तौर पर हम पहले भी क्षेत्र में रहकर जनता की सेवा में लगे हुए थे और आगे भी क्षेत्र की जनता की सेवा करते रहेंगे. साथ ही संगठन के द्वारा जो भी जिम्मेदारी आने वाले समय में दी जाएगी उसे भी निभाने का हर संभव प्रयास करेंगे. क्षेत्र में लगातार अपने ऑफिस के माध्यम से हम जनता के बीच में बने रहेंगे और जितनी लोगों की मदद करेंगे वह की जाएगी. भविष्य में संवैधानिक पद ना होने के बाद किस तरह से जनता की समस्याओं का समाधान किया जाएगा सवाल पूछे जाने पर इंदरजीत सहरावत ने कहा कि वह लगातार अधिकारियों के संपर्क में रहेंगे और जनता की समस्या का समाधान करवाने का प्रयास करते रहेंगे.

वहीं महिला पार्षद प्रेरणा सिंह जो कांग्रेस की निगम में नेता भी हैं उन्होंने बातचीत के दौरान स्पष्ट तौर पर कहा कि कांग्रेस पार्टी का यह कल्चर रहा है, लगातार जनता के बीच में रहकर न सिर्फ काम करना बल्कि जनता की सहायता करना. नगर निगम के प्रमुख चुनाव होने में भले ही कुछ देरी हो लेकिन जनता लगातार अपनी समस्याओं को लेकर पार्षद के पास आती रहेगी ऐसे में हम लोगों का प्रयास रहेगा कि जनता की समस्याओं का समाधान किया जाए. कांग्रेस पार्टी के सभी पार्षद अपने क्षेत्र में बनाए गए दफ्तर के माध्यम से जनता के बीच में उपलब्ध रहेंगे और उनकी समस्याओं का समाधान भी करते रहेंगे.बीजेपी के पूर्व मेयर जयप्रकाश ने इसी सवाल के जवाब में कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक कैडर बेस पार्टी है. बीजेपी के सभी लोग जनता के बीच में 24 घंटे उपलब्ध रहते हैं. हम चुनाव लड़ें न लड़ें जीतें न जीतें उससे कोई फर्क नहीं पड़ता हमारी पार्टी का बस एक ही मंत्र है लगातार लोगों की सेवा में लगे रहना. ऐसे में वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर जब भी चुनाव होंगे तब तक लगातार हम लोगों की सेवा करते रहेंगे और 24 घंटे और की सहायता के लिए उपलब्ध रहेंगे. फ्यूचर प्लानिंग हमारी यही है कि निगम में रहते हुए अपने जो भी काम अब तक जनता की सहूलियत के लिए किए हैं उनकी जानकारी जनता तक पहुंचाई जाए. बीजेपी के पार्षद योगेश वर्मा ने बातचीत के दौरान अपनी बात रखते हुए कहा हम पद के साथ काम नहीं करते हैं. हमेशा जनता की सेवा में लगे रहते हैं. पार्टी से पांच साल पहले हमें बहुत कुछ मिला है. हम लोग जनता के बीच में लगातार बने रहेंगे और उनकी समस्याओं का समाधान करते रहेंगे. जनता के बीच में बीजेपी के नेता पहले भी उपलब्ध रहे हैं और आगे भी उपलब्ध रहेंगे. इसी वजह से पिछले कई साल से बीजेपी सत्ता में शासित है और अगली बार भी चुनाव में बीजेपी जीत कर आ रही है.

नगर निगम में कार्यरत वर्तमान बीजेपी के पार्षद अवतार सिंह, छैल बिहारी गोस्वामी, पूनम पराशर, वीना विरमानी, जयेंद्र डबास, विनीत वोहरा, नीरज गुप्ता और आप पार्षद विकास गोयल, अजय शर्मा, मुकेश गोयल, आले मोहम्मद इकबाल, अनिल लाकड़ा, प्रेम चौहान, प्रवीण कुमार सभी ने फोन पर हुई बातचीत में स्पष्ट तौर पर कहा कि वह लगातार जनता के बीच में अपने क्षेत्रीय कार्यालय और जनसंवाद कार्यक्रमों के माध्यम से जुड़े रहेंगे और जरूरत पड़ने पर बीच-बीच के वे जनता के बीच में जाकर बातचीत भी करते रहेंगे. साथ ही जनता को रही समस्याओं के समाधान को लेकर भी वह अपनी तरफ से हर संभव प्रयास करेंगे.बहरहाल कुल मिलाकर देखा जाए तो भारतीय जनता पार्टी हो, आम आदमी पार्टी हो या फिर कांग्रेस हो तीनों ही राजनीतिक दलों के पार्षदों ने बातचीत के दौरान कहा कि जब तक तीनों नगर निगमों का एकीकरण हो जाने के बाद चुनावों की प्रक्रिया शुरू नहीं हो जाते है, वह लगातार क्षेत्र में बनाए गए अपने दफ्तर के माध्यम से जनता के बीच में बने रहेंगे. साथ ही क्षेत्र की जनता के समक्ष आने वाली हर एक समस्या के समाधान का प्रयास भी करेंगे.

Tags:    

Similar News

-->