दिल्ली क्राइम एब्स अपडेटेड: लूट की रकम बांटने के दौरान हुए विवाद में लुटेरों ने अपने ही साथी की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना अम्बेडकर नगर थाना इलाके में लूटी गई 20 हजार रुपए की रकम को बांटने को लेकर हुई। वारदात के बाद आरोपित मौके से फरार हो गए। उधर, पुलिस टीम को पहले 20 हजार रुपए की लूट और फिर हत्या की कॉल मिली। जिसके बाद पुलिस टीम ने दोनों ही मामलों में केस दर्ज कर आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपितों की तलाश शुरू की। काफी छानबीन के बाद पुलिस ने वारदात के कुछ ही घंटों के भीतर हत्या में शामिल नाबालिग समेत पांच आरोपितों को पकड़ लिया। नाबालिग के अलावा गिरफ्तार आरोपितों की पहचान रोहित उर्फ नन्हे, हिमांशु, रोहित उर्फ चूहा और रोहन के ताैर पर हुई। इनके कब्जे से पुलिस ने 15 हजार 100 रुपए नगद, एक बटनदार चाकू, कारतूस के साथ एक पिस्टल और एक बाइक बरामद की है।
डीसीपी बेनिता मैरी जैकर ने बताया इस पूरे मामले में अम्बेडकर नगर पुलिस को लूट व हत्या की दो अलग-अलग कॉल मिली थी। सबसे 10 अप्रैल की रात करीब साढ़े 11 बजे दक्षिणपुरी इलाके में एक दुकान से चार पांच बदमाशों द्वारा 20 हजार रुपए नगद लूटे जाने की सूचना मिली थी। मौके पर पुलिस को पता चला कि आरोपितों ने एक ढाबा चलाने वाले से 20 हजार रुपए नगद लूटी है, घटना के दौरान अपना ढाबा बंद कर अपने घर जाने की तैयारी कर रहा था। तभी कुछ लोग आए और हथियार के बल पर रकम लूटकर फरार हो गए। लूट की इस वारदात की जांच कर रही पुलिस टीम को कुछ घंटे बाद तड़के करीब चार बजे के आसपास संजय कैंप के रहने वाले एक युवक को गंभीर अवस्था में एम्स अस्पताल में भर्ती कराने की सूचना मिली। अस्पताल पहुंचने पर पुलिस को पता चला कि उक्त हिमांशू उर्फ खटमल नामक युवक को मृत घोषित कर दिया गया है। उसके सीने पर गोली मारी गई थी। इस घटना को लेकर पुलिस ने हत्या की धारा में केस दर्ज कर छानबीन शुरू की।
पुलिस घटनास्थल से पर्याप्त सबूत एकत्रित कर आरोपितों के बारे में पता लगाने में जुट गई। पुलिस ने जेल से जमानत पर छूटकर बाहर आए बदमाशों के रिकॉर्ड को खंगाला और टेक्निकल सर्विलांस की भी मदद ली। पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो लूट की वारदात के बाद भाग रहे करीब 4-5 लोगों के बारे में पता चला। पुलिस ने इन आरोपितों की पहचान कर उन्हें ट्रेस करना शुरू कर दिया और इलाके में ही पीर बाबा मजार के पास ट्रैप लगाकर नाबालिग समेत रोहित, हिमांशू व रोहित को पकड़ लिया। पूछताछ के दौरान आरोपितों ने खुलासा किया कि इन सबने अपने अन्य साथी व मृतक के साथ सबसे पहले ढाबा के मालिक से 20 हजार रुपए की रकम लूटी थी। लूट के बाद इन सबके के बीच आपस में ही लूटी गई रकम को लेकर विवाद हो गया। इस विवाद के बीच आरोपितों ने हिमांशू की छाती पर गोली मार दी और फरार हो गए। वारदात में शामिल आरोपी रोहन पुलिस को गुमराह करने के लिए मृतक के रिश्तेदारों के साथ घूम रहा था। लेकिन पुलिस ने छानबीन में उसकी भूमिका का पता लगाकर उसे गिरफ्तार कर लिया और लूटी गई रकम भी बरामद कर ली।