नगर निगम आयुक्त को स्कूलों में सुरक्षा को लेकर दिल्ली महिला आयोग ने भेजा समन
लेटेस्ट न्यूज़: दिल्ली नगर निगम के स्कूलों की सुरक्षा को लेकर दिल्ली नगर निगम आयुक्त को गुरूवार को दिल्ली महिला आयोग ने समन जारी किया है। आयोग ने एमसीडी प्राथमिक विद्यालयों में लड़कियों की सुरक्षा की स्थिति की जांच शुरू की है और इस संबंध में मई 2022 में आयोग ने दिल्ली नगर निगम द्वारा संचालित 4 प्राथमिक विद्यालयों का दौरा भी किया था। आयोग ने निगम आयुक्त को इस मामले में की गई कार्रवाई रिपोर्ट के साथ संबंधित फाइलों और दस्तावेजों के साथ 9 जून 2022 को आयोग के समक्ष उपस्थित होने के लिए समन किया है।
आयोग ने 23 मई को निगम आयुक्त को नोटिस जारी कर मांगी थी रिपोर्ट: बता दें कि आयोग की टीम ने जब स्कूल भवनों का निरीक्षण किया और साथ ही छात्रों, शिक्षकों और स्कूल के अन्य कर्मचारियों के साथ बातचीत की। तो निरीक्षण के दौरान कई स्पष्ट अनियमितताएं और महत्वपूर्ण कमियां देखी गईं। यह देखा गया कि स्कूल भवनों में से 800 बच्चों वाले एक स्कूल का छज्जा क्षतिग्रस्त होने के कारण स्कूल को नगर निगम द्वारा उपयोग के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया था। एक स्कूल में नशीली दवाएं और शराब तो एक स्कूल में शौचालय बंद पाया गया। वहीं स्कूलों में सीसीटीवी और सुरक्षा गार्ड नहीं थे। आयोग ने इस पर 23 मई को नगर निगम आयुक्त को नोटिस जारी कर मामले में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी थी। निगम ने उठाए गए तत्काल कदमों की विस्तृत जानकारी देने के बजाय आयोग से अपना जवाब प्रस्तुत करने के लिए दो महीने का समय मांगा है और देरी के लिए तीनों नगर निगमों के एकीकरण का हवाला दिया है। आयोग ने अब नगर निगम आयुक्त को समन जारी कर विस्तृत जवाब देने के साथ-साथ उस फाइल की कॉपी मांगी है जिस पर आयोग द्वारा उठाए गए मुद्दों पर कार्रवाई का निर्देश दिया गया था। आयोग ने अपने समन में कहा है कि नगर निगम स्कूलों में खतरनाक परिस्थितियों में पढऩे वाली छात्राओं सहित लाखों छात्रों को गंभीर खतरे का सामना करने के बावजूद नगर निगम इतनी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने में विफल रहा है।
त्वरित कार्रवाई की जगह निगम ने आंखें मूंदी : स्वाति
आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने कहा कि हमारी रिपोर्ट पर त्वरित कार्रवाई करने की बजाए निगम ने प्राथमिक कक्षा में पढऩे वाले छात्रों की सुरक्षा की तरफ से आंखें मूंद ली हैं। निगम अधिकारियों की उदासीनता ने लाखों बच्चों की जान दांव पर लगा दी है। मैंने निगम आयुक्त को एक सप्ताह के भीतर आयोग के समक्ष पेश होने और की गई कार्रवाई की रिपोर्ट देने के लिए समन जारी किया है।