दिल्ली: नवरात्रि के पावन मौके पर सेब ने दी राहत, अंगूर व संतरे के दामों में हुई बढोत्तरी

Update: 2022-04-02 14:09 GMT

दिल्ली: नवरात्रि महापर्व के साथ ही नौ दिनों के व्रत की शुरूआत भी माता के भक्तजनों द्वारा किया जाता है। इस दौरान फलाहार भोजन लेने की वजह से फलों की डिमांड मार्केट में बढ़ जाती है। यही वजह है कि चैत्र नवरात्रि के पहले ही दिन अंगूर व संतरे के दामों में भी 10 फीसदी की बढोत्तरी देखने को मिली है। जबकि व्रतधारियों को राहत सेब के स्थिर दाम दे रहे हैं।

करीब 10 फीसदी की अंगूर व संतरे के दामों में हुई वृद्धि: बता दें कि अप्रैल के महीने में अंगूर नासिक, शोलापुर और महाराष्ट्र से एशिया की सबसे बड़ी सब्जी-फल मंडी आजादपुर पहुंचते हैं। जहां से इन्हें देश के विभिन्न इलाकों में पहुंचाया जाता है। नवरात्रि के पहले ही दिन हरे व काले अंगूरों के दामों में करीब 10 फीसदी की वृद्धि देखने को मिली, जिसके बाद जहां हरे अंगूरों के दाम 50 से 80 रूपए प्रति किलो थोक रेट में बेचे गए। वहीं काले अंगूरों का थोक में 60 से 100 रूपए प्रतिकिलो दाम रहा। ऐसा ही हाल संतरे में भी देखने को मिला जोकि अप्रैल के महीने में राजस्थान, ग्वालियर व महाराष्ट्र से आ रहे हैं। संतरा करीब 1500 से 1800 रूपए प्रति कैरेट थोक में बेचा जा रहा है। एक कैरेट में करीब 25 किलो संतरा होता है यानि 60 से 80 रूपए प्रतिकिलो के लगभग थोक दाम संतरे का है। बात यदि सेब की करें तो इस समय कश्मीर, हिमाचल प्रदेश व ईरान से सेब आजादपुर मंडी में आ रहे हैं। जहां कश्मीर के सेब का दाम 70-110 रूपए प्रतिकिलो है, वहीं हिमाचल का सेब 80-120 रूपए व ईरान का सेब 70-100 रूपए प्रतिकिलो है। सेब के दाम स्थिर होने के पीछे आवक अच्छी होना भी बताया जा रहा है।

आवक अच्छी होने से भी सेब के दाम हैं स्थिर: आजादपुर मंडी में सेब के थोक व्यापारी विजय टालरा ने बताया कि इस समय सेब की आवक मंडी में अच्छी है रोजाना कश्मीर से करीब 60-70 ट्रक, हिमाचल से 15-20 ट्रक व ईरान से 10-15 ट्रक आ रहे हैं। ईरान के सेब पीछे से ही काफी सस्ते आ रहे हैं, ये ज्यादा टिकाऊ नहीं होते इसलिए भी इनके दाम काफी कम होते हैं। गर्मी व नवरात्रि होने की वजह से भी लोग संतरा काफी पसंद करते है, इसकी वजह से भी दामों में थोड़ा असर पड़ता है। 

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