क्राइम ब्रांच टीम ने सवा करोड़ की स्मैक लाने वाले 3 तस्कर को किया गिरफ्तार
दिल्ली क्राइम न्यूज़: नेपाल के रास्ते स्मैक सहित अन्य मादक पदार्थों को लाकर देश के विभिन्न राज्यों में तस्करी करने वाले गैंग का जिले की क्राइम ब्रांच टीम ने पर्दाफाश किया है। टीम ने गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से लग्जरी गाड़ी और 750 ग्राम स्मैक (हेरोइन) बरामद की है। बरामद स्मैक की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 1.20 करोड़ रुपए बताई गई है। पुलिस का कहना है कि गैंग का सरगना और उसका साथी मौके से भागने में कामयाब हो गए। उनकी तलाश के लिए पुलिस टीम संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं।
एसपी क्राइम डा.दीक्षा शर्मा ने बताया कि क्राइम ब्रांच टीम को मुखबिर ने सूचना दी थी कि मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले कुछ तस्कर नेपाल के रास्ते बरेली होकर साहिबाबाद पहुंचने वाले हैं। साथ ही बताया कि वह अपनी एक्सयूवी गाड़ी में स्मैक छिपाकर ला रहे हैं। सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच टीम सक्रिय हो गई और टीम ने हिंडन एयरफोर्स चौकी के पास चेकिंग के दौरान एक्सयूवी गाड़ी को रोका। तलाशी लेने पर गाड़ी से पुलिस को 750 ग्राम स्मैक बरामद हुई। जिसके बाद पुलिस ने गाड़ी सवार तीन तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों में बरेली निवासी तैयब खान, शहजाद खान और सैफ शामिल हैं। जबकि उनके दो साथी बरेली निवासी मोहम्मद आतिफ और सोबी दूसरी गाड़ी से भागने में कामयाब हो गए। पुलिस उनकी भी गिरफ्तारी के प्रयास में है।
भाइयों के साथ मिलकर तस्करी का गैंग चला रहा था आतिफ: एसपी क्राइम दीक्षा शर्मा ने बताया कि फरार आतिफ गैंग का सरगना है। पकड़ा गया आरोपी सैफ और फरार आरोपी सौबी उसके सगे भाई हैं। एसपी का कहना है कि आतिफ अपने दोनों भाइयों के साथ मिलकर तस्करी का गैंग चला रहा था। जिस वक्त पुलिस ने उक्त तीनों तस्करों को गिरफ्तार किया, उसवक्त आतिफ और सौबी भी उनके पीछे अलग गाड़ी में चल रहे थे। साथियों के पकड़े जाने पर वह अपनी गाड़ी लेकर फरार हो गए। एसपी दीक्षा की मानें तो सैफ ने पूछताछ में बताया कि उसका भाई आतिफ बीते ढाई साल से इस धंधे को कर रहा है। पूर्व में उत्तराखंड के देहरादून की पुलिस आतिफ को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। आतिफ ही नेपाल के रास्ते माल मंगवाता है। जिसे वह उसके बताए अनुसार ठिकानों पर सप्लाई करते हैं।
वैशाली, साहिबाबाद और विजयनगर में होनी थी माल की सप्लाई: क्राइम ब्रांच प्रभारी अबदुर रहमान सिद्दीकी की मानें तो आरोपी सैफ ने पूछताछ में बताया कि उन्हें स्मैक की सप्लाई नेपाल के रास्ते बरेली से होती थी। नेपाल के रास्ते शारदा नदी पार कर माल बनवसा, खटीमा होकर बरेली पहुंचाया जाता था। वहां से वह माल लेकर दिल्ली.एनसीआर क्षेत्र में सप्लाई करते थे। माल की आपूर्ति कौन करता था और कहां से होती थी, इसकी सारी जानकारी उसके भाई आतिफ को ही रहती है। टीम प्रभारी ने बताया ने बताया कि आरोपियों को बरामद माल की सप्लाई वैशाली, साहिबाबाद और विजयनगर क्षेत्र में करने को कहा गया था। इन क्षेत्रों में माल खरीदने वाले कुछ लोगों के नाम आरोपियों ने बताए हैं। जिनके आधार पर पुलिस उन्हें भी ट्रेस करने का प्रयास कर रही है।
तस्करी में करते थे लग्जरी गाडिय़ों का बदल.बदल कर इस्तेमाल: क्राइम ब्रांच टीम प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी ने बताया कि गैंग के पास कई लग्जरी गाडिय़ां हैं। जिनका इस्तेमाल वह मादक पदार्थों की तस्करी में करते हैं। पुलिस से बचने के लिए हर बार अलग गाड़ी से माल की तस्करी की जाती है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि जब वह माल लेकर बरेली से चलते हैं तो अपने मोबाइल फोन बंद कर लेते हैं। रास्ते में वह न कहीं रुकते हैं और न ही किसी व्यक्ति से बातचीत करते हैं। क्राइम ब्रांच प्रभारी का कहना है कि माल सप्लाई के दौरान गैंग सरगना आतिफ अपने साथियों के साथ एक भाई को जरूर भेजता था, ताकि वह माल में किसी तरह की मिलावट आदि न कर सकें और पैसों में भी कोई हेराफेरी न हो सके। यह राज आतिफ के भाई सैफ ने पुलिस पूछताछ के दौरान खोले हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपियों से कई अहम जानकारी हाथ लगी हैं। जिन पर कार्य कर इस गैंग को नेस्तानाबूद करने का प्रयास किया जा रहा है।