नोएडा न्यूज़: पुलिस ने फर्जी कंपनी बनाकर चार महीने में निवेश की रकम का चार गुना पैसा देने के नाम पर 800 लोगों को ठगने वाले दंपति को गिरफ्तार किया है. आरोपियों से दो लग्जरी कार सहित अन्य सामान बरामद हुआ है.
पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान दक्षिणी दिल्ली हाल सेक्टर 143 गुलशन इकेवाना निवासी विजय किशन जयसवाल उर्फ कृष्ण कुमार जयसवाल और उसकी पत्नी रश्मि जयसवाल के रूप में की है. इनके खिलाफ सात जुलाई 2022 को दिल्ली निवासी विजेंद्र अनुरागी और मानवेंद्र ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था. आरोप था कि विजय और उसकी पत्नी ने सेक्टर-63 के एच ब्लॉक में युडीवो मार्केट प्राइवेट लिमिटेड नाम की फर्जी कंपनी बनाई थी. जालसाज लोगों से निवेश कराकर एक महीने में चार गुना रकम देने का झांसा देकर ठगी कर रहे थे.
एजेंट भी रखे थे ठगों ने निवेशकों को झांसे में लेने के लिए 10-15 एजेंट भी रखे थे. एजेंट के माध्यम से आया निवेशक कंपनी में निवेश करता था. निवेश किए गए रुपये में से कुछ एजेंट को दिए जाते थे. ये लोग निवेश करने की पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी देते थे.
अन्य जगहों पर भी दंपति वांछित: आरोपी दंपति के खिलाफ नोएडा के अलावा दिल्ली, गोवा, बरेली सहित अन्य जगहों पर धोखाधड़ी के मुकदमे पंजीकृत हैं. संबंधित प्रदेशों की पुलिस भी आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर पूछताछ करेगी. पुलिस जालसाजों के बैंक खातों की भी डिटेल खंगाल रही है, ताकि बैंक में जमा रकम को फ्रीज कराया जा सके.
दो साल से कर थे फर्जीवाड़ा: पूछताछ में सामने आया कि आरोपी दो साल से फर्जीवाड़ा कर रहे थे. उन्होंने अभी तक देशभर के 800 से अधिक लोगों से करोड़ों रुपये ठगे हैं. आरोपी ठगी करने के बाद ऑफिस बंद कर फरार हो जाते थे. दोनों अपने घर से ही लोगों के पास कॉल कर ठगी कर रहे थे. उन्होंने ठगी के पैसे से लग्जरी कार और 80 लाख का फ्लैट खरीदा है. पुलिस इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में भी कार्रवाई करेगी.
11 हजार रुपये निवेश कराते थे: जालसाज कंपनी की एक आईडी लेने के नाम पर एक निवेशक से 11 हजार रुपये लेते थे. इस रकम को चार महीने में चार गुना कर देने का आश्वासन देते थे. इसके अलावा उन्हें बोनस और अन्य लुभावने ऑफर देने का लालच देते थे. आरोपियों की बात सुनने के बाद पीड़ित उनके झांसे में 11-11 हजार रुपये में कई आईडी लेकर लाखों रुपये का निवेश कर देते थे. पैसे लेने के बाद आरोपी अपने नंबर को बंद कर देते थे.