नई दिल्ली। जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जल संसाधनों की आपूर्ति को भविष्य की बड़ी चुनौती बताते हुए शनिवार को कहा कि मोदी सरकार इन चुनौतियों से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर अमृत सरोवरों का निर्माण कर रही है सिंह ने आज यहां आयोजित चौथे राष्ट्रीय जल पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने करीब 56,000 अमृत सरोवरों का निर्माण कर दिया है और लगभग इतने ही निर्माणाधीन हैं।
उन्होंने इस परियोजना को एक नई चेतना का जागरण करार देती हुई कहा कि उनकी सरकार जल संकट से जुड़ी इन चुनौतियों को लेकर गंभीर हैं। उनका कहना था कि जल संसाधनों की आपूर्ति के लिए आज से चिंता करने की जरूरत है और इसीलिए उनकी सरकार ने इस दिशा में तेज़ी से प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि जल प्रबंधन के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने जो काम किए हैं वह जल संरक्षण क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए अनूठा उदाहरण है। उनका कहना था कि जल जीवन का आधार है इसलिए सभी को इस दिशा में मिलकर काम करने की जरूरत है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, दुनिया के कुल पोर्टेबल वॉटर का केवल चार प्रतिशत हिस्सा भारत के पास है जबकि 18 प्रतिशत आबादी और 18 प्रतिशत से ज़्यादा पशुधन भी हमारे देश में है। हमारी चुनौती और गंभीर इसलिए है क्योंकि हमारी अर्बनाइजेशन की गति ज़्यादा है, जियो स्पेशल वैरिएशन भी भारत में बड़ा है। उन्होंने अमृत सरोवर योजना को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा की इसके क्रियान्वयन से जहं ज़मीन पर पानी सिंचित करने की क्षमता में इज़ाफ़ा हुआ है वहीं भूगर्भ के जल को पुनर्भरण और रिचार्ज करने की दिशा में भी इससे एक बड़ा कदम आगे बढ़ाने में सफलता मिलेगी।