कांग्रेस पार्षद निगम सदन में दलितों, अल्पसंख्यकों और वंचितों के अधिकारां की आवाज बनकर काम करेंगे

बड़ी खबर

Update: 2022-12-10 15:43 GMT
नई दिल्ली दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने आज प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के नव-निर्वाचित निगम पार्षदों का परिचय कराते हुए कहा कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में जनता के फैसले का हम सम्मान करते हैं, परंतु दिल्ली के आम नागरिक, दलित, अल्पसंख्यक और वंचित वर्ग के जिन अधिकारों के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी ने निगम चुनाव लड़ा, हमारे निगम पार्षद सदन में दिल्ली के विकास, जनता के हितों, अधिकारों और जन-कल्याण के विषयों पर दिल्लीवालों की आवाज बनकर काम करेंगे।
संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार के साथ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चौपड़ा, पूर्व मंत्री डा0 नरेन्द्र नाथ, कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व विधायक अनिल भारद्वाज, पूर्व विधायक चौ0 मतीन अहमद, हसन अहमद, आसिफ मौहम्मद खान, प्रदेश उपाध्यक्ष अली मेहंदी और नव-निर्वाचित पार्षदों में निहाल विहार वार्ड से मंदीप सिंह, आया नगर वार्ड से शीतल, अबुल फजल एन्कलेव वार्ड से श्रीमती अरीबा खान, जाकिर नगर वार्ड से नाजिया दानिश, चौहान बांगर वार्ड से शगुफ्ता चौधरी, कबीर नगर वार्ड से जरीफ़, शास्त्री पार्क वार्ड से समीर अहमद, मुस्तफाबाद वार्ड से सबीला बेगम और ब्रिजपुरी वार्ड से श्रीमती नाज़िया खातून मौजूद थी।

चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि निगम चुनावों में भाजपा और आम आदमी पार्टी ने धन बल का प्रयोग करके कांग्रेस के प्रचार को दबाने की हर संभव कोशिश की गई लेकिन दिल्ली की जनता ने शीला जी की मेरी चमकती दिल्ली अभियान को सराहा और दिल्ली में भाजपा के भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाकर दिल्ली को भाजपा मुक्त बना दिया। उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों में सत्ता बल, धन बल का प्रयोग करके निगम चुनावों में कांग्रेस की आवाज को दबाया जिसके कारण आम आदमी पार्टी ने निगम में सत्ता हासिल करने का आंकड़ा पाया परंतु दिल्ली की जनता अरविन्द केजरीवाल के 230 वार्डों पर जीत के दावे की हवा निकालते हुए आम आदमी पार्टी के प्रभुत्व को दिल्ली में पूरी तरह नकार दिया है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल के विज्ञापन जाल में आकर दिल्ली की जनता ने निगम की सत्ता दी है, परंतु यह साफ हो गया है कि दिल्ली की जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे को पूरी तरह नकार दिया है और अरविन्द केजरीवाल का चेताया है कि अब वे दिल्ली की जनता की भावनाओं से खिलवाड़ नही कर सकते है और उनका निगम में फंड का रोने का बहाना भी नही चलेगा। केजरीवाल को वायदे के अनुसार निगम के अस्थाई, अनुबंधित सफाई कर्मचारियों को प्राथमिकता के साथ पक्का करना चाहिए। जबकि पिछले 8 वर्षों में अरविन्द केजरीवाल की दिल्ली सरकार में अस्थाई, अनुबंधित कर्मचारियों को पक्का करने के वायदे को नही निभाया है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सुभाष चौपड़ा ने कहा कि स्वच्छ राजनीति की बात करने वाले अरविन्द केजरीवाल ने भी भाजपा की तर्ज पर हॉर्स ट्रेडिंग करके कांग्रेस के निगम पार्षदों को खरीदने की नाकाम कोशिश की जिसमें प्रदेश उपाध्यक्ष अली मेहंदी सहित मुस्तफबाद के 2 निर्वाचित निगम पार्षदों को आम आदमी पार्टी में शामिल करना चाहते थे।
आज प्रदेश कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में इस बात का खुलासा किया गया। क्षेत्र में विकास के नाम पर भ्रमित करके मुस्तफाबाद कांग्रेस के पदाधिकारियों को बहकाया गया था जो अरविन्द केजरीवाल की गंदी राजनीति का ताजा उदाहरण है कि कैसे आम आदमी पार्टी कांग्रेस के नेताओं, कार्यकर्ताओं को लालच देकर अपनी पार्टी में शामिल करने का षडयंत्र रच रही है। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि निगम चुनावों में 8.56 लाख वोट कांग्रेस प्रत्याशियों को लगभग 12 प्रतिशत मतदान के रुप में मिला जिससे साफ हो गया है कि दलित और अल्पसंख्यक समुदाय ने विशेष विश्वास कांग्रेस पार्टी में जताया है और 16 प्रतिशत सफाई पेशे से जुड़ा दलित वर्ग आम आदमी पार्टी से दूर हुआ है जिसमें 14 प्रतिशत सीधा कांग्रेस के साथ जुड़ा है। 30 प्रतिश अल्पसंख्यक वोट कांग्रेस के पक्ष में पड़ा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में आने वाले समय में संसदीय और विधानसभा चुनावों कांग्रेस को फायदा होगा और भविष्य में कांग्रेस दिल्ली में जीत हासिल करेगी और दलितों, अल्पसंख्यकों, वंचितों के अधिकारों की लड़ाई लड़ रही है और लड़ती रहेगी।
Tags:    

Similar News

-->