मुख्यमंत्री तीर्थ योजना के तहत CM केजरीवाल ने यात्रियों से की मुलाकात

Update: 2023-08-13 08:58 GMT
मुफ्त मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत द्वारिका-सोमनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं से आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने त्यागराज स्टेडियम में मुलाकात की और शुभकामनाएं दीं. साथ ही श्रद्धालुओं को लेकर रवाना होने वाली 73वीं ट्रेन को हरी झंडी भी दिखाई. इस दौरान उन्होंने कहा कि ट्रेनों की कमी होने के कारण दिल्ली सरकार ने फैसला लिया है कि अब अयोध्या, काशी, हरिद्वार, ऋषिकेश, मथुरा और वृंदावन जैसे धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं को बसों से मुफ्त तीर्थ यात्रा भी कराई जाएगी. बता दें कि मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत करीब 71 हजार लोगों को दर्शन कराया गया है.
बसों से तीर्थ स्थलों के दर्शन कराने की तैयारी
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा जल्द से जल्द करवा दी जाए, लेकिन ट्रेनों की कमी होने के कारण यह संभव नहीं पाता. हमें केंद्र सरकार से जो ट्रेनें मिलती हैं उसी से श्रद्धालुओं को तीर्थ यात्रा कराई जाती है, लेकिन यात्रियों के अनुपात में ट्रेनें कम उपलब्ध हो पाती हैं. ऐसे में दिल्ली सरकार चाहती है कि राजधानी के आसपास के इलाके जैसे अयोध्या, हरिद्वार, ऋषिकेश, मथुरा और वृंदावन में बसों से श्रद्धालुओं को मुफ्त तीर्थ यात्रा कराई जाए. इसके लिए अच्छी लग्जरी एसी बसों की व्यवस्था की जाएगी.
तीर्थ कराना बहुत पुण्य का काम- सीएम केजरीवाल
तीर्थ यात्रा पर रवाना करने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया. ''मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के तहत आज 73वीं ट्रेन श्री द्वारिकाधीश के लिए रवाना हो रही है. तीर्थ यात्रा पर जा रहे सभी बुजुर्गों से मिला और उन्हें यात्रा टिकट सौंपा. सभी बेहद खुश थे, खूब प्यार और आशीष मिला. तीर्थ कराना बहुत पुण्य का काम होता है और हम ख़ुशक़िस्मत हैं कि ये पुण्य का काम कर पा रहे हैं. अब तक 71 हज़ार बुज़ुर्ग तीर्थ यात्रा कर चुके हैं. ये सिलसिला यूँ ही जारी रहेगा. भगवान श्री कृष्ण जी की कृपा से सभी की यात्रा मंगलमय हों.
तीन साल पहले शुरू हुई थी मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना
त्यागराज स्टेडियम में तीर्थयात्रियों से मुलाकात कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में तीन साल पहले तीर्थ यात्रा योजना की शुरुआत की थी. ऐसे कई लोग हैं जो किसी ना किसी कारणवश तीर्थ यात्रा नहीं कर पाते हैं. कुछ लोग हैं जिन्हें भगवान ने साधन और संसाधन नहीं दिए हैं. ऐसे में इस योजना के तहत उन्हें तीर्थ करने का सौभाग्य मिल जाता है. इसके अलावा कुछ भी लोग हैं जिन्हें ईश्वर ने साधन तो दिए, लेकिन वह अकेले तीर्थ यात्रा में नहीं जा सकते हैं. इस योजना के तहत आप एक युवा को अपने साथ ले जा सकते हैं, जो बुजुर्गों का ध्यान रखें.
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