LAC पर चीन की हर हरकत पर होगी नज़र,1 हजार कॉप्टर और 80 मिनी विमान प्रणाली खरीदेगी सेना

Update: 2022-10-21 07:07 GMT

नई दिल्लीः भारतीय सेना ने चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर अपने समग्र निगरानी तंत्र को मजबूत करने के लिए रिमोट संचालित 80 मिनी विमान प्रणाली और 1,000 निगरानी कॉप्टर की खरीद के लिए बृहस्पतिवार को प्रक्रिया शुरू की.

ऊंचाई वाले क्षेत्रों में करेगा निगरानी

अधिकारियों ने कहा कि रिमोट संचालित मिनी विमान दिन और रात की निगरानी तथा ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लक्ष्य का पता लगाने के लिए एक आदर्श मल्टी-सेंसर प्रणाली है. रिमोट संचालित विमान कार्यक्रम के लिए निविदा जमा करने की अंतिम तारीख 16 नवंबर है.

12 महीने में करनी होगी आपूर्ति

एक अधिकारी ने कहा, 'प्रणाली लक्ष्य का पता लगाने, पहचानने, विरोधियों के स्थान की सटीक स्थिति के साथ-साथ सैनिकों के जमावड़े की उच्च रिजॉल्यूशन तस्वीरें प्रदान करने में सक्षम होगी.' प्रस्ताव या प्रारंभिक निविदा के अनुरोध के अनुसार चयनित आपूर्तिकर्ता को अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के 12 महीने के भीतर इनकी आपूर्ति करनी होगी.

चीन के साथ सीमा पर निगरानी को देना है बढ़ावा

'बाय' (इंडियन) श्रेणी के तहत रिमोट संचालित मिनी एयरक्राफ्ट सिस्टम की खरीद की जा रही है. आपातकालीन खरीद प्रक्रिया के तहत फास्ट ट्रैक प्रक्रिया के माध्यम से सेना की 1,000 निगरानी कॉप्टर की खरीद का उद्देश्य चीन के साथ सीमा पर निगरानी को बढ़ावा देना भी है.

देरी सेना की तैयारियों पर डालेगी प्रतिकूल प्रभाव

अधिकारियों ने कहा कि उत्तरी सीमाओं की वर्तमान गतिशील अस्थिर स्थिति निर्बाध निगरानी की जरूरत को रेखांकित करती है. प्रणाली की विवरणिका के अनुसार, 'भारतीय सेना की निगरानी आवश्यकताओं के लिए तत्काल परिचालन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए निगरानी कॉप्टर की त्वरित खरीद एक परिचालन अनिवार्यता है, जहां अनुचित/अप्रत्याशित देरी भारतीय सेना की क्षमता और तैयारियों पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है.'

विवरणिका में कहा गया कि निगरानी कॉप्टर भारतीय सेना को हवाई निगरानी क्षमता और निरंतर सटीक जगह की निगरानी प्रदान करेगा. निगरानी कॉप्टर दिन और रात, वास्तविक समय टोही और निगरानी करने के लिए एक आदर्श मल्टी सेंसर प्रणाली है. कार्यक्रम के लिए निविदा जमा करने की अंतिम तारीख 17 नवंबर है. पूर्वी लद्दाख में सीमा पर गतिरोध के मद्देनजर सेना अपनी समग्र युद्धक क्षमताओं को बढ़ा रही है.

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