नाले में कूड़ा-कचरा और दूषित पानी बहाने पर कटेगा चालान
यमुना नदी में प्रदूषण के लिए जिम्मेदार नोएडा ड्रेन में मलबा, कूड़ा-कचरा फेंकना और दूषित पानी बहाना अब महंगा पड़ेगा।
यमुना नदी में प्रदूषण के लिए जिम्मेदार नोएडा ड्रेन में मलबा, कूड़ा-कचरा फेंकना और दूषित पानी बहाना अब महंगा पड़ेगा। इस ड्रेन के जरिए नदी को प्रदूषित होने से बचाने के लिए पिछले माह गठित टास्क फोर्स ने करीब 600 लोगों का चालान किया है। इसके अलावा टास्क फोर्स ने पूर्वी दिल्ली में अवैध डेरियों, बोरवेल, फैक्ट्रियों के खिलाफ भी बड़े पैमाने पर कार्रवाई की है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में दिल्ली सरकार की ओर से पेश रिपोर्ट में इसका खुलासा किया गया।
एनजीटी प्रमुख जस्टिस ए.के. गोयल की अगुवाई वाली पीठ के समक्ष सरकार के विशेष सचिव डॉ. के.एस. जयचंद्रन (पर्यावरण) द्वारा रिपोर्ट पेश की गई है। इसमें कहा गया है कि 30 जुलाई, 2021 के आदेश का पालन करते हुए दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव ने समुचित कारवाई के लिए टास्क फोर्स का गठन किया है।
पीठ को बताया गया कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त की अगुवाई में बनी टास्क फोर्स घरोली डेयरी, घरोली गांव और कोंडली इलाके में दूषित पानी सीवर के बजाए नाले में बहाने पर 591 लोगों का चालान किया गया है। जबकि 732 लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक इलाके में विशेष कैंप लगाकर 6938 मकानों में सीवर का कनेक्शन दिया गया है।