सीईओ रितु माहेश्वरी ने लिया आश्वासन, बोर्ड बैठक में जाएंगी आपकी सभी मांगें
एनसीआर नॉएडा न्यूज़: ग्रेटर नोएडा में स्थित 39 गांवों के किसानों ने प्राधिकरण के खिलाफ मंगलवार को प्रदर्शन किया है। यह प्रदर्शन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की नीतियों, अफसरों के काले कानून और मुकदमों को वापस लेने के लिए किया गया है। अफसरों के खिलाफ प्राधिकरण पर ताला किसानों के द्वारा लगाया गया।
सुबह 11:00 बजे पहुंचे सैकड़ों किसान
मंगलवार को सुबह 11:00 बजे ग्रेटर नोएडा के सैकड़ों किसान भैसा-बुग्गी, ट्रैक्टर-टाली समेत अपने वाहनों को लेकर अथॉरिटी के गेट पर पहुंचे। किसानों को रोकने के लिए प्राधिकरण के अफसरों ने पहले ही जेसीबी और अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया हुआ था, लेकिन किसानों के सामने किसी की एक नहीं चल सकी। किसानों ने भारी संख्या में इकट्ठा होकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य गेट पर कब्जा कर लिया। काफी घंटे तक किसानों ने अपनी मांगों को लेकर हंगामा किया। हंगामा को बढ़ता देख प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी ने किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल को बुलाया और बैठक की।
"अस्पताल में मिले 50% छूट"
बैठक के दौरान किसानों ने अपनी बातों को रखा। किसानों ने आबादी प्रकरण में जारी किए गए धारा-10 के नोटिस को वापस लेने की मांग की है। इसके अलावा अतिरिक्त मुआवजे का भी मुद्दा ऋतु महेश्वरी के सामने उठा। किसानों ने सीईओ के सामने मांग रखी कि उनकी जमीन पर प्राधिकरण ने अस्पताल बनाया है, अब इस अस्पताल में किसानों को 50% छूट दी जानी चाहिए।
रितु माहेश्वरी ने किसानों के साथ की बैठक
बैठक के दौरान किसानों की सभी समस्याओं को रितु माहेश्वरी ने ध्यानपूर्वक सुना और आश्वासन देते हुए कहा कि उनके मुद्दों को बोर्ड बैठक के सामने रखा जाएगा। इसके अलावा कुछ समस्याओं को लेकर अधिकारियों को तत्काल समाधान करवाने के लिए भी निर्देशित किया है।
मुख्य रूप से यह किसान मौजूद रहे
किसानों के इस प्रदर्शन में बीकेयू आबंवता के राष्ट्रीय प्रवक्ता बृजेश भाटी, लोकेश भाटी, विकास प्रधान, कृष्ण नागर, आलोक नागर, किसान सभा के संयोजक वीरसिंह नागर, नरेंद्र भाटी, ब्रह्मपाल सूबेदार, अजयपाल, विनोद प्रधान, महेंद्र सिंह, धर्मसिंह, राजवीर मास्टर, सुनील फौजी, रविंद्र भाटी, अवध सिंह, राजकुमार भाटी, गंगेश्वरदत्त शर्मा, इंदर प्रधान, जोगिंद्र प्रधान, तेजपाल प्रधान, जगदीश नागर, सतेंद्र शर्मा और डाॅ.रूपेश वर्मा समेत काफी किसान मौजूद रहे।