दिल्ली एनसीआर: राज्य वस्तु एवं सेवा कर विभाग की शिकायत पर नोएडा के थाना सेक्टर 39 पुलिस ने लाखों रुपए की जीएसटी चोरी करने के मामले में 6 फर्मों व उनके मालिको के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। यह मुकदमा शासन के अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद दर्ज किया गया है। जीएसटी के अधिकारियों के मुताबिक जिस वक्त सर्वे में यह मामला पकड़ा गया था उस वक्त पुलिस से शिकायत की गई थी लेकिन तब मामला दर्ज नहीं किया गया था। जीएसटी अधिकारी नरोत्तम सिंह की शिकायत पर थाना सेक्टर 39 पुलिस ने राम इंटरप्राइजेज फर्म के स्वामी मनोज कुमार, एम एस इंटरप्राइजेज के स्वामी सादिक, ब्रिलियंस इंडस्ट्रीज फर्म के स्वामी शहाना, एलाइड डेकोरेटर्स फर्म के स्वामी शहज अंसारी, मैसर्स नूर ट्रेडर्स फर्म के स्वामी नूर आलम तथा एमएस पावर इंटरनेशनल के स्वामी इरशाद अहमद भारती के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि इन लोगों ने फर्जी तरीके से जीएसटी में अपनी फर्म रजिस्ट्रेशन करवाया तथा फर्जी तरीके से बिल काट कर लाखों रुपए का इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) प्राप्त कर लिया।
राज्य वस्तु सेवाकर के ज्वाइंट कमिश्नर मनोज विश्वकर्मा ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि नोएडा गाजियाबाद की कई फर्म फर्जी तरीके से जीएसटी विभाग में अपना रजिस्ट्रेशन करवाकर करोड़ों रुपए का आईटीसी हासिल कर रही है। उन्होंने बताया कि सूचना के आधार पर 23 अप्रैल को नोएडा के 22 फर्मों की जांच की गई, जिसमें 18 फर्में ऐसी मिली जिन्होंने फर्जी प्रपत्र के आधार पर अपना रजिस्ट्रेशन करवाया था। जिसमें 251 करोड रुपए का फर्जीवाड़ा नोएडा में पाया गया, जिसमें करीब 52 करोड़ का आईटीसी फर्जी तरीके से हासिल किया गया था। इस मामले में पुलिस के आला अधिकारियों से मुकदमा दर्ज करने के लिए कहा गया, लेकिन उस समय मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। इस मामले में शासन को पत्र लिखा गया, उसके बाद मुकदमा दर्ज हुआ है। अभी कुछ और फर्मो के खिलाफ मुकदमा दर्ज होना बाकी है।