गाजियाबाद न्यूज़: नगर कोतवाली क्षेत्र में स्थित बैंक में गिरवी रखे कारोबारी के आभूषण बेच दिए गए. घटना का पता लगने पर पीड़ित कारोबारी ने कोर्ट के आदेश पर बैंक प्रबंधक तथा अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. कारोबारी रकम लेकर लोन खत्म कराने बैंक गया तो फर्जीवाड़ा सामने आया. आरोप है कि विरोध करने पर बैंक कर्मियों ने गाली-गलौच करते हुए दोबारा बैंक में न आने की धमकी दी. पुलिस का कहना है कि केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है. विजयनगर के क्रिश्चियन नगर बागू में रहने वाले सुनील कुमार विजयनगर बाईपास पर परचून की दुकान चलाते हैं. उन्होंने बताया कि पारिवारिक जरूरत के लिए उन्हें पैसे की जरूरत थी. इसके लिए वह जीटी रोड एकता विहार में स्थित डीसीबी बैंक शाखा में पहुंचे और आभूषणों पर लोन लेने के संबंध में बातचीत की. इस दौरान बैंक कर्मचारियों द्वारा उन्हें बताया गया कि आभूषणों के वजन के हिसाब से लोन दिया जाएगा, लिहाजा वह आभूषण लेकर आएं.
कारोबारी ने बताया कि जिस पर वह बैंक में आभूषण लेकर पहुंचे और उनका वजन किया गया तो आभूषणों का कुल वजन 27.70 ग्राम निकला. जिस पर उन्हें जेवरात गिरवी रखकर 81,900 रुपए का लोन दे दिया गया. सुनील कुमार का कहना है कि बैंक अधिकारियों ने उनसे कहा था कि वह हर महीने ब्याज चुकता करते रहें. लोन की रकम लौटाने पर उनके जेवर वापस कर दिए जाएंगे. इसके बाद वह हर महीने समय पर किश्त चुकाते रहे. कुछ समय पहले वह रुपये लेकर लोन खत्म कराने बैंक पहुंच गए. वहां जाकर पता चला कि बैंक के अधिकारियों ने गिरवी रखे उनके आभूषण बेच दिए गए हैं. पीड़ित कारोबारी का कहना है कि उन्होंने आभूषण बेचे जाने का विरोध किया तो बैंक कर्मचारियों ने उनके साथ गाली-गलौच और अभद्रता की और दोबारा बैंक आने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी.