राजधानी दिल्ली : 206 मीटर से नीचे उतरा यमुना का पानी, DMRC ने शुरू की यह सेवा
दिल्ली में बाढ़ का दंश झेल रहे दिल्लीवासियों के लिए आज यानी 16 जुलाई को थोड़ी राहत देने वाली खबर आई है. दिल्ली में यमुना का पानी उतरना शुरू हो गया है और रविवार जलस्तर 205.95 मीटर तक कम हो गया है. नतीजतन जलमग्न वाले इलाकों से पानी कम होने लगा है. इस बीच दिल्ली मेट्रो रेल कार्पोरेशन ने बड़ा अपडेट दिया है. डीएमआरसी ने अपने ट्वीट में बताया कि यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन पर एंट्री और एग्जिट को खोल दिया गया है. आपको बता दें कि यमुना का जलस्तर बढ़ने के कारण डीएमआरसी ने यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन पर प्रवेश और निकास को अस्थाई रूप से बंद कर दिया था.
आपको बता दें कि पिछले दिनों हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जिसके वजह से यमुना का जलस्तर बढ़ने से दिल्ली में बाढ़ जैसे हालात बन गए थे. हथिनी कुंड से दिल्ली की तरफ छोड़े गए पानी को लेकर केजरीवाल सरकार ने सख्त नाराजगी जताई थी. केजरीवाल सरकार ने कहा था कि यमुना का पानी उत्तर प्रदेश की तरफ भी छोड़ा जा सकता था, लेकिन हरियाणा की तरह यूपी में भी बीजेपी की ही सरकार ने इसलिए पानी दिल्ली की और रिलीज किया गया.
इस बीच दिल्ली सरकार में लोक निर्माण विभाग (PWD) मंत्री आतिशी ने कहा था कि ये बिल्कुल साफ है कि हथिनीकुंड बैराज से पानी 3 जगहों, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली में जाता है. दिल्ली में पानी का स्तर खतरे के निशान से ऊपर जा रहा था, उसके बावजूद हथिनीकुंड बैराज से एक बूंद पानी हरियाणा और उत्तर प्रदेश में नहीं छोड़ा गया. क्या पानी इसलिए नहीं छोड़ा गया क्योंकि हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार है और दिल्ली में AAP की सरकार है. ये तो ऐसा लगता है कि भाजपा दिल्लीवालों के खिलाफ साजिश कर रही है. अगर 3 जगह पानी छोड़ने के इंतजाम है, तो सिर्फ दिल्ली में पानी क्यों छोड़ा गया? इस बात पर भाजपा वालों को जवाब देना पड़ेगा. क्या दिल्ली में जो बाढ़ आई उसे रोका जा सकता था?