एनसीआर नॉएडा न्यूज़: किसान एकता संघ के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सोमवार को सुबह 6 बजे से यमुना प्राधिकरण पर लोग एकत्रित होना शुरू हुए। यह प्रदर्शन राष्ट्रीय अध्यक्ष सोरन प्रधान के नेतृत्व में हुआ। प्राधिकरण पर पहुंचकर कार्यकर्ताओं ने नारों के साथ हल्ला बोल प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसके बाद महापंचायत शुरू कीं। जिसकी अध्यक्षता नेहपाल नागर और संचालक उम्मेद एडवोकेट ने किया।
किसानों का शोषण बर्दाश्त नहीं करेगा किसान एकता संघ: राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रमेश कसाना ने बताया क्षेत्र के किसान 64.7% अतिरिक्त मुआवजा आबादी निस्तारण और अन्य समस्याओं को लेकर क्षेत्र का किसान काफी लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर यमुना प्राधिकरण के चक्कर काट काट कर थक चुके है। किसानों का आरोप है की यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के किसानों के साथ सौतेला व्यवहार अपना रहा है। किसान एकता संघ किसी भी तरंह किसानों का शोषण बर्दाश्त नहीं करेगा।
"किसानों ने आर-पार की लड़ाई लड़ने का बनाया मूड":
पंचायत में दोपहर 2 बजे एसीओ रविन्द्र सिंह, ओएसडी शैलेन्द्र भाटिया, तहसीलदार विनय भदौरिया, एसीपी महेन्द्र सिंह देवं किसानों के बीच पहुंचे। किसानों और अधिकारीयो के बीच हुई वार्ता असफल रही। किसान मांगे पूरी होने तक अनिश्चित कालीन धरनें बैठे, जब तक माँग पूरी नही होती धरना जारी रहेगा। इस दौरान संगठन के जिला अध्यक्ष अरविंद सैकेटरी ने कहा क्षेत्र के किसानों ने इस बार आर-पार की लड़ाई लड़ने का मूड बना लिया है। जब तक एक-एक समस्या का समाधान नहीं हो जाता तब तक हम प्राधिकरण पर डटे रहेंगे।
यह लोग रहे उपस्थित: इस दौरान चौधरी बाली सिंह, देशराज नागर, गीता भाटी, बबली कसाना, बलदेव छावडा, कृष्ण बैसला, वनीष प्रधान, मनीष भाटी (बी.डी.सी.), सुनीता येरणे, रेखा चौधरी, वंदना चौधरी, शौकत अली चेची, पप्पू मोरना, अमरीश महाल, तात्या भाऊ मत्ते, अजीत नागर, जगदीश शर्मा, अखिलेश प्रधान, सतीश कनारसी, प्रमोद हूण, ओमबीर प्रधान टीला, जग्गा अधाना, जितेन्द्र शयौरान, सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।