एनसीआर नॉएडा: जिले में एक महीने से सबसे कम प्रदूषण सेक्टर-125 में दर्ज किया गया. इसका कारण सेक्टर में शैक्षणिक संस्था और कंपनियां होने है. सेक्टर-62 सबसे ज्यादा प्रदूषित है. यह सेक्टर चारों ओर से मुख्य सड़कों से घिरा हुआ है. जहां वाहनों के दबाव के साथ ही सुबह और शाम जाम लगता है, जो वायु प्रदूषण का मुख्य कारण माना गया है. सेक्टर-125 के बगल से नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे गुजरता है. साथ ही, इस सेक्टर में शैक्षणिक संस्था और कंपनियां हैं. सेक्टर के दूसरी ओर पुस्ता रोड और यमुना नदी है. यही कारण है कि इस सेक्टर में ज्यादातर दिन अन्य स्थानों के मुकाबले वायु प्रदूषण कम रहता है. वहीं, महामाया फ्लाईओवर से कालिंदी कुंज जाने वाली सड़क से भी सेक्टर एक किलोमीटर की दूरी पर है. इस सड़क पर जाम का प्रभाव यहां नहीं पड़ता.
सबसे ज्यादा वायु प्रदूषण वाला स्थान सेक्टर-62 चारों ओर से मुख्य सड़क से जुड़ा हुआ है. सुबह और शाम इन सड़कों पर प्रतिदिन जाम की स्थिति रहती है. इस सेक्टर के अगल-बगल में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, मॉडल टाउन से सिटी सेंटर जाने वाली सड़क, एनआईबी चौकी से लेबर चौक जाने वाली सड़क और सेक्टर-59 से खोड़ा जाने वाली सड़क है. इन सड़कों पर सबसे ज्यादा सार्वजनिक वाहन चलते हैं, जबकि अन्य सेक्टर में ऐसा नहीं है. नोएडा में वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण वाहनों से निकलने वाले धुआं को माना गया है.
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी प्रवीण कुमार बताते हैं कि जहां वाहनों के दबाव के साथ ही जाम की स्थिति होगी, वहां वायु प्रदूषण ज्यादा होगा. हवा की गति तेज होने की स्थिति सहित कई अन्य कारणों से वायु प्रदूषण कम हो सकता है.