बाउंसरों ने नोएडा के द लोस्ट लेमन रेस्तरां में कंपनी अधिकारी की पीट-पीटकर की हत्या
नॉएडा क्राइम न्यूज़: नोएडा के सेक्टर 39 थानाक्षेत्र गॉर्डन ग्लेरिया मॉल के अंदर द लोस्ट लेमन बार में बाउंसरों ने सोमवार रात को एक युवक की पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी। युवक अपने दोस्तों के साथ पार्टी करने बार में आया था। पुलिस ने मामले में मृतक की सहकर्मी की शिकायत पर हत्या का केस दर्ज कर सोलह लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। वहीं बार की सीसीटीवी फुटेज की जांच के आधार पर आठ लोगों को उसमें से पुलिस ने चिन्हित किया है तो सीधे तौर पर विवाद में शामिल थे। जिनसे पूछताछ की जा रही है। बार को सीज कर दिया गया है। घटना के बाद से बार का मालिक लव ढिगारा भी फरार है।
मूलरुप से बिहार के छपरा स्थित हसनपुरा निवासी 30 वर्षीय बृजेश राय सेक्टर 80 स्थित एक कंपनी में चार माह पहले ही परचेज मैनेजर के पर नियुक्त हुए थे। बृजेश परिवार के साथ सेक्टर 76 स्थित आम्रपाली प्रिंसले एस्टेट सोसाइटी में रहते थे। वह सोमवार रात को अपने सात सहकर्मियों के साथ पार्टी करने सेक्टर-38 ए गार्डन ग्लेरिया मॉल के द लोस्ट लेमन नाम के बार में आये थे। यह बार लव ढिगारा नाम के एक कारोबारी का है। यहां पर पार्टी करने के बाद बार प्रबंधन की तरफ से करीब 7400 रुपये का बिल बनाया गया। इसको लेकर प्रबंधन और बृजेश पक्ष में विवाद हो गया। आरोप है कि बाउंसरों ने बृजेश सहित उसके साथियों के साथ मारपीट शुरु कर दी। बाउंसरों ने मॉल के अंदर ही बृजेश की पीट-पीटकर हत्या कर दी। आनन-फानन में बृजेश के साथी उसके नजदीक के अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि बृजेश की सहकर्मी अंकिता की शिकायत पर हत्या का केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने 8 बाउंसरों समेत 16 लोगों को हिरासत में लिया है। बृजेश के परिवार में उनकी पत्नी पूजा और पांच साल का बेटा सार्थक व 3 साल की बेटी भूविका है। उनकी पत्नी सेक्टर 135 स्थित डीपीएस स्कूल में शिक्षिका है। एडीसीपी का कहना है कि बार प्रबंधन के लोगों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
अस्पताल पहुंंचने पर दोस्तों पर बिफरी पूजा, आप जैसे दोस्तों ने मार डाला: पति के साथ कोई अनहोनी की जानकारी होने पर प्रयाग अस्पताल पहुंंची पुलिस को पति की मौत का पता चला। इसके बाद वह वहां मौजूद बृजेश के दोस्तों पर बिफर बड़ी। बृजेश के लैपटॉप व मोबाइल फोन के बारे में पूछा। दोस्तों से कहा कि बृजेश के दोस्तों को खूब जानती है। जो शराब पीकर इधर उधर पड़े रहते है। आज देखा न उन्हीं दोस्तों ने पीकर बृजेश को जान से मार दिया न। मुझे क्या करना है पता है। मै भी पढ़ी लिखी हूं। मुझे आप जैसे दोस्तों की जरूरत नहीं है। बीस सेेकेंड का यह विडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
बार कर्मचारियों का दावा बृजेश के दोस्तों ने शुरू किया था विवाद: पुलिस की पूछताछ में पता चला कि बृजेश के दोस्त जब बार में आए तो पहले से ही शराब के नशे में थे। उन्होंने जो जो आर्डर दिया बस सर्व किया गया। एक दोस्त पर नशा इस कदर हावी था कि वह बियर की केन लेकर ही डांस करने लगा। इसके बाद उन्होंने कुछ और आर्डर किया। जो नहीं था। इसके बाद बिल को लेकर बृजेश के दोस्तों ने कहासुनी शुरू कर दी। विवाद बढ़ गया। इस विवाद में बृजेश भी आ गया और फिर धक्का मुक्की शुरू हो गई। ऐसे में बृजेश की गिरने से सिर पर चोट आने से मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी सिर पर चोट लगने से मौत का कारण सामने आया है।
गॉर्डन ग्लेरिया मॉल में बार व रेस्तरां पुलिस के लिए बन रहे है सिरदर्द: जीआईपी मॉल परिसर के दूसरे भाग में बने गॉर्डन ग्लेरिया मॉल के अंदर बार व रेस्तरां पूरे एनसीआर के लोगों की पंसद है। जो लेट नाइट पार्टी से लेकर आफिस पार्टी के लिए धीरे धीरे मशहूर होते जा रहे है। वहीं दूसरी ओर आए दिन इन बार व रेस्तरां में आने वाले ग्राहकों से होने वाली मारपीट की घटनाएं नोएडा पुलिस के लिए सिरदर्द बनती जा रही है। आने वाले ग्राहक भी हाई प्रोफाइल होते। कोई राजनेता या उनके परिवार का या फिर आईएएस-आईपीएस या बड़े कारोबारियों के परिवार के बच्चे होते है। वहीं दूसरी ओर इन बार व रेस्तरां के मालिक भी रसूकदार है। इन दोनों के बीच पुलिस अक्सर विवाद में उलझी रहती है लेकिन इस बार गॉर्डन ग्लेरिया मॉल के बार में हुई मारपीट में मौत के मामले में पुलिस सोमवार रात से ही सक्रिय है। पूछताछ का सिलसिला जारी है। बाकी रेस्तरां व बार वालों को भी चौकी व थाने के ठेकेदार सिपाही अपने स्तर से संदेश पहुंचा रहे है कि अब सख्ती होगी इसलिए अपने कर्मचारियों व बाउंसरों के व्यवहार को ठीक कर ले। इससे पहले की अधिकारी कोई गाज गिराएं।
बाउंसर नहीं सुरक्षा के नाम पर गुंडे है, पुलिस भी बेबस: बार व रेस्तरां के बाहर पहलवान टाइप के युवक काली शर्ट या टीशर्ट में तैनात बाउंसर ग्राहकों की सुरक्षा के लिए तैनात होने का दावा करते है लेकिन उनकी अक्सर हरकते गुंडे वाले होती है। आए दिन बाउंसरों व ग्राहकों के विवाद नोएडा में होते रहते है लेकिन पुलिस इन पर कड़ी कार्रवाई नहीं करती है। बाउंसर केवल अपने बार व रेस्तरां मालिक की सुरक्षा के लिए है। अगर किसी ग्राहक ने कोई गड़बड़ी की तो पूरा बाउंसरों का गुट उस पर टूट पड़ता है। एनसीआर में बाउंसरों की सप्लाई करने वाले साउथ ईस्ट दिल्ली की कई एजेंसिंया है। जिसमें केवल पहलवानी करने वाले बाउंसर के रूप में नौकरी देकर रेस्तरां व बार में भेज दिया जाता है। नोएडा से भी कई पहलवान युवक दिल्ली-एनसीआर में बाउंसर की नौकरी कर रहे है। जिन्हें ग्राहकों से नहीं बार- रेस्तरां व उसके मालिक-कर्मचारियों की सुरक्षा के आदेश मिले होते है। बाउंसरों को लेकर नोएडा पुलिस भी कई बार बार मालिकों को उनके व्यवहार को ठीक रखने की चेतावनी दे चुकी है लेकिन बाउंसरों को इस चेतावनी का कोई असर नहीं होता है।