बड़ा खुलासा: सीएजी जांच रिपोर्ट के बाद यमुना अथॉरिटी ने 12 किसानों को भेजा नोटिस
एनसीआर नॉएडा न्यूज़: जेवर के जहांगीरपुर में 765 केवीए के सब-स्टेशन के लिए जरुरत से अधिक पैसा वसूलने वालों के खिलाफ यमुना अथॉरिटी ने नोटिस जारी किया है। यमुना अथॉरिटी ने 12 किसानों के खिलाफ नोटिस जारी किया हैं। इन्होंने जमीन से अधिक मुआवजा उठाया था, लेकिन मौके पर जमीन कम पाई गई। यह मामले सीएजी जांच के बाद विधानसभा में पहुंचा। जिसके बाद यमुना अथॉरिटी ने यह कार्रवाई की है। माफियाओं ने हेराफेरी कर 1.5939 हेक्टेयर जमीन का अधिक मुआवजा उठा लिया था।
वर्ष 2008 से जुड़ा है मामला: मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2008 में जहांगीरपुर बिजली सब-स्टेशन के निर्माण के लिए 86 एकड़ जमीन की जरूरत थी। जबकि, माफियाओं ने अधिकारियों के साथ मिलकर 136 एकड़ जमीन खरीद वाली थी। सीएजी रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि इस पूरे मामले में अथॉरिटी को 176 करोड रुपए का नुकसान हुआ।
271 करोड़ रुपए का पेमेंट हुआ: मौके पर जमीन कम और कागजों में अधिक जमीन दिखाकर मुआवजा उठाने वालों से अब वसूली की जाएगी। दस लाख रुपए स्टांप डयूटी का भी नुकसान हुआ है। इसमें कुल 17 रजिस्ट्री हुई और 271 करोड रुपए का पेमेंट किया गया।
पैसा नहीं दिया तो प्रॉपर्टी होगी नीलाम: आरोप है कि अथॉरिटी में अपनी तैनाती के दौरान कुछ अधिकारियों ने अपने दोस्त और रिश्तेदारों को पहले जमीन खरीदवाई। इसके बाद यमुना अथॉरिटी ने खरीद ली। यमुना अथॉरिटी के सीईओ डॉ.अरूणवीर का कहना है कि जमीन से अधिक मुआवजा उठाने वाले लोगों से पैसा वसूली के लिए नोटिस जारी किए जा रहे हैं। नोटिस के बाद भी पैसा जमा नहीं कराया तो रिकवरी के लिए बुलंदशहर जिला प्रशासन के पास भेजा जाएगा। रिपोर्ट भी दर्ज कराने की कार्रवाई की जा सकती है। वसूली के उनकी प्रॉपटी से भी की जा सकती है। प्रॉपटी को निलाम कर वसूली की कार्रवाई की जा सकती है।