तुस्याना गांव में हुए घोटालों के मास्टरमाइंड राजेंद्र भाटी के बेटे दीपक भाटी की जमानत अर्जी की खारिज
एनसीआर नॉएडा न्यूज़: ग्रेटर नोएडा के तुस्याना गांव में हुए सैकड़ों करोड़ रुपए के भूमि घोटाले से जुड़ी बड़ी खबर है। इस भूमि घोटाले के मास्टरमाइंड राजेंद्र सिंह के बेटे दीपक भाटी की जमानत अर्जी खारिज हो गई है। मंगलवार को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने दीपक भाटी की जमानत अर्जी पर सुनवाई की। आपको बता दें कि इससे पहले इस घोटाले में शामिल उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण के प्रबंधक कैलाश भाटी की भी जमानत अर्जी जिला न्यायालय खारिज कर चुका है। कैलाश भाटी लंबे अरसे तक ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण में तैनात रहे। इसी दौरान प्रॉपर्टी डिपार्टमेंट में रहते इस घोटाले में सहयोग करने का आरोप है।
दीपक भाटी पर क्या हैं आरोप: तुस्याना गांव में हुए भूमि अधिग्रहण के सापेक्ष जिन लोगों को 6% आबादी के भूखंड आवंटित किए गए उनमें राजेंद्र सिंह की पुत्रवधू श्वेतना सिंह के नाम एक भूखंड आवंटित किया गया। श्वेतना सिंह आरोपी दीपक सिंह की भाभी हैं। बाद में यह भूखंड तुस्याना गांव से ग्रेटर नोएडा शहर में कासना-सूरजपुर रोड पर नॉलेज पार्क-1 में ट्रांसफर कर दिया गया। जिस जगह यह प्लॉट ट्रांसफर किया गया वहां मास्टर प्लान के हिसाब से ग्रीन बेल्ट है। इस जमीन पर पहले से ही एक नर्सरी का आवंटन किया जा चुका था।
दीपक की पत्नी मधु सिंह का फोटो रजिस्ट्री पर लगा: नॉलेज पार्क में जब इस भूखंड का ट्रांसफर एलॉटमेंट और रजिस्ट्री की गई तो प्रॉपर्टी डिपार्टमेंट में प्रबंधक कैलाश भाटी थे। कैलाश भाटी ने रजिस्ट्री पर हस्ताक्षर किए। इस एलॉटमेंट और रजिस्ट्री में अचानक दीपक सिंह की पत्नी मधु सिंह का नाम आ गया। मधु सिंह का फोटो रजिस्ट्री पर चस्पा किया गया लेकिन पता नोएडा की रहने वाली दूसरी मधु सिंह का प्रयोग किया गया। जिस वक्त रजिस्ट्री हुई तब नोएडा वाली मधु सिंह दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद थी। रजिस्ट्री में दीपक भाटी बतौर गवाह शामिल हुए। इसी आधार पर पुलिस ने कैलाश भाटी और दीपक भाटी को गिरफ्तार करके जेल भेजा था।