एनसीआर नॉएडा न्यूज़: नोएडा प्राधिकरण ने शुक्रवार को बोर्ड बैठक बुलाई, जिसमें शहर में हो रही हर गतिविधियों पर चर्चा की गई। इस बैठक में कुछ अहम फैसले भी लिए गए हैं। नोएडा में बढ़ रहे लगातार कुत्तों के आतंक को लगाम लगाने के लिए प्राधिकरण खास तैयारी में जुट गया है। कुत्तों पर लगाम लगाने के लिए अलग-अलग सेक्टर के आसपास आरडब्ल्यूए के सहयोग से स्थान चिन्हित कर शेल्टर होम बनाए जाएंगे। इन शेल्टर में आवारा कुत्तों की फीडिंग भी कराई जाएगी। इसके लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश नोएडा प्राधिकरण की सीईओ ने जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए हैं।
सात दिन के अंदर ईओआई जारी करने के निर्देश: सीईओ ने बैठक करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया कि आवारा कुत्तों की नसबंदी का काम का सत्यापन आरडब्ल्यूए और एओए से कराने के बाद ही संबंधित कंपनी को भुगतान किया जाए। इसके अलावा पालतू कुत्तों के पंजीकरण के बाद वैक्सीनेशन के लिए नोएडा क्षेत्र के प्राइवेट क्लीनिक को नोएडा प्राधिकरण की निर्धारित दरों पर काम पर रखने के लिए सात दिन के अंदर ईओआई जारी करने के निर्देश दिए। इसके अलावा वायु प्रदूषण पर रोकथाम के लिए मशीनें खरीदने को 6 करोड़ 67 लाख रुपये का प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
सफाई कार्यो का जायजा लेंगे अधिकारी: जनस्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी सुबह सात बजे से क्षेत्र में जाकर सफाई कार्यों की व्यवस्था देखेंगे। उपमहाप्रबंधक, वरिष्ठ परियोजना अभियंता, परियोजना अभियंता, सहायक परियोजना अभियंता रोजाना तीन बजे तक फील्ड में सफाई के काम पर नजर रखेंगे। प्रधान महाप्रबंधक और ओएसडी रोजाना सुबह और दोपहर को कम से कम दो घंटे क्षेत्र में रहेंगे। सफाई के काम से जुड़ी सभी एजेंसियों के वाहन, कर्मचारियों की हाजिरी, विभागीय वाहन, सीएंडी वेस्ट कलेक्शन, रेमीडिएशन प्लांट का डाटा एक सप्ताह में पूरी तरह से सेक्टर-94 स्थित इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर(आईसीसीसी) से लिंक करने के निर्देश दिए हैं। लिंक होने के बाद हर सप्ताह की रिपोर्ट तैयार का सीईओ के सामने रखनी होगी। सभी काम का भुगतान सेंटर से सत्यापन होने के बाद ही किया जाएगा। डोर टू डोर एजेंसी के सभी वाहनों का रूट चार्ट, हाऊस मैपिंग से प्राप्त रिकार्ड, वाहनों का मूवमेंट के रिकार्ड और रोजाना इकठ्ठा किए जाने वाले कूड़े को आईसीसीसी से लिंक करने के निर्देश दिए गए।
लापरवाही बरतने पर होगी कार्रवाई: इन मामलों में लापरवाही बरतने में एजेंसी पर जुर्माना लगाने के निर्देश दिए गए। सफाई कर्मचारियों के ड्रेस में नहीं होने पर उनकी हाजिरी नहीं लगाई जाएगी। जो कर्मचारी लगातार अनुपस्थित चल रहे हैं उनको काम से हटा दिया जाएगा। शहर में काम कर रहीं सफाई से जुड़ी एजेंसियों के एक-एक प्रतिनिधि को आईसीसीसी में उपस्थित रहने और यहां प्राप्त होने वाली कमियों को जल्द निराकरण कराने के लिए कहा गया। कंट्रोल सेंटर के सॉफ्टवेयर के अपग्रेडेशन एवं अन्य काम के प्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिए कहा गया। प्राधिकरण के जनस्वास्थ्य विभाग प्रथम व द्वितीय के ऑफिस एक सप्ताह में सेक्टर-94 स्थित आईसीसीसी में शिफ्ट कर दिए जाएंगे। अभी तक ये ऑफिस सेक्टर-39 स्थित प्राधिकरण परिसर में हैं।
साफ सफाई पर खास ध्यान: शौचालयों की सफाई, सीएंडडी वेस्ट का निस्तारण, घर-घर से कूड़ा लेने, मैकेनिकल स्वीपिंग एजेंसियों द्वारा अपनी-अपनी क्विक रेस्पांस टीम तैयार करने के निर्देश जारी किए गए हैं। जरूरत पड़ने पर क्यूआरटी टीम उसी दिन शिकायतों का निस्तारण करेगी। इसी तरह पेड़ों की कटिंग, आंधी और बारिश से गिरने वाले पेड़ों को हटाने आदि काम अब उद्यान विभाग की क्यूआरटी टीम करेगी। इसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। अभी व्यवस्था ठीक नहीं होने के कारण कई दिन बाद सड़कों से पेड़ हट पाते हैं।