अशोक गहलोत का बीजेपी पर हमला: 'अच्छे दिन आयेंगे' के वादे के साथ सत्ता में आई थी BJP 'अच्छे दिन कहां गए'
दिल्ली/राजस्थान न्यूज़: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को कहा कि भाजपा की केन्द्र सरकार ''अच्छे दिन'' के वादो के साथ सत्ता में आई थी लेकिन वो अपने वादों को पूरा करने में असफल रही है। उन्होंने कहा कि ''अच्छे दिन आयेंगे'' से ''अच्छे दिन कहां गए'' की स्थिति आ गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा 2014 से पहले कहती थी- ''बहुत हुई महंगाई की मार, अबकी बार मोदी सरकार'' लेकिन आज पेट्रोल डीजल, रसोई गैस , सब्जियां, खाद्य तेल, कपडे, दूध, दवाइंया, मोबाइल, टीवी रिचार्ज, राष्ट्रीय राजमार्ग पर टोल टैक्स इतने महंगे हो गये है कि आमजन की कमर ही टूट गई है। गहलोत ने यह बयान महंगाई के खिलाफ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर चलाए जा रहे ''महंगाई मुक्त भारत अभियान '' के तहत आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम से पूर्व दिया गया।
गहलोत ने हालांकि, जयपुर के सिविल लाइंस इलाके में आयोजित विरोध कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश का कर्ज बढ़ता जा रहा है, मोदीजी के सात साल में ढाई गुना कर्ज बढ़ गया, 2014 में लगभग 57 लाख करोड़ रुपये का कर्ज था जो 2022 में बढ़कर 136 लाख करोड़ रुपये हो गए हैं। गहलोत ने कहा कि बेरोजगारी बढ़ती जा रही है, युवाओं के पास रोजगार नहीं है इसलिए समाज में अपराध भी बढ़ रहे है। उन्होंने कहा कि एक साल में पेट्रोल 27, डीजल 25 रुपये महंगा हुआ। उन्होंने कहा कि दिवाली पर पेट्रोल पांच रुपये और डीजल 10 रुपये सस्ता किया लेकिन अब इसे 14 रुपये महंगा कर दिया गया। सिविल लाइंस फाटक पर आयोजित कार्यक्रम को संबोंधित करते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बृहस्पतिवार को कहा कि केन्द्र सरकार की आॢथक नीतियां देश को खोखला कर रही हैं। महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। पायलट ने कहा, ''भाजपा सरकार में पिछले सात सालों में हम जो पेट्रोल-डीजल के बढ़े हुए दाम देख रहे हैं, उनमें से अधिकांश सेस के रूप में वसूली की गई है और उस सेस का पूरा पैसा केन्द्र सरकार की जेब में जा रहा है। केन्द्र सरकार ने केवल पेट्रोल-डीजल पर लगाये गये सेस के माध्यम से एक लाख 28 हजार करोड़ रूपये कमाये हैं।'' कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कार्यकर्ताओं संबोंधित करते हुए कहा कि देश में बढ़ती मंहगाई के लिये केन्द्र की भाजपा सरकार जिम्मेदार है जबकि मंहगाई कम करने का वादा कर वह सत्ता में आई थी।
उन्होंने कहा कि संप्रग (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) सरकार के शासन में भाजपा ने मंहगाई के खिलाफ अभियान चलाया था। डोटासरा ने कहा कि बाबा रामदेव व अन्ना हजारे जैसे नेता भाजपा का समर्थन कर कांग्रेस को कोसते हुए कहते थे कि नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर डीजल 35 रूपये प्रति लीटर तथा पेट्रोल 50 रूपये प्रति लीटर में उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता सीमेंट, लोहा, कपड़ा एवं खाद्य सामग्री को सस्ता करने की बात करते थे जबकि भाजपा शासन में इसके उलट सभी आवश्यक वस्तुओं के दाम बेतहाशा बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कांग्रेस से 70 साल के शासन का हिसाब मांगते थे किन्तु अपने शासनकाल का हिसाब जनता के समक्ष पेश नहीं कर रहे हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, ''सेना के शौर्य के पीछे छिपकर पुन: सत्ता में आ गये तथा जनता के मुद्दों से मोदी सरकार ने मुंह मोड़ लिया है।'' उन्होंने कहा कि बेरोजगारी दूर करने, किसानों की आय दोगुनी करने, मंहगाई कम करने तथा भ्रष्टाचार को समाप्त करने के मुद्दे भाजपा ने भुला दिये हैं।
उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार को मंहगाई के नाम पर बदनाम करने का अभियान भाजपा ने चलाया, किन्तु केन्द्र में भाजपा सरकार बनने के पश्चात् भाजपा नेताओं ने जनता के हितों पर कुठाराघात करने का कार्य किया है। डोटासरा ने कहा कि ''भाजपा सरकार ने अपने शासन में किसानों को खून के आंसू रूलाया, किसानों की आमदनी दोगुनी करने के बजाए कृषकों की आमदनी को आधा कर दिया तथा मंहगाई को 10 गुना तक बढ़ा दिया है।'' उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने पेट्रोल एवं डीजल पर उत्पाद शुल्क कई गुना बढ़ाकर जनता को मंहगाई के बोझ तले दबाने का कार्य किया है।