राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में आयोजित हुआ आर्ट एंड कल्चर कम्पटीशन

Update: 2023-06-06 11:29 GMT

नई दिल्ली । दक्षिणी राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले की प्रतिष्ठित थेवा कला को कजाकिस्तान के आर्ट एंड कल्चर कम्पटीशन में कजाकिस्तान "द ब्रीथ ऑफ तराज इन आर्ट एंड क्राफ्ट श्रेणी में प्रथम पुरस्कार मिला है।

कजाकिस्तान सरकार के पर्यटन विभाग के मुख्य अधिकारी बी.कुजेम बेकोव एवं वर्ल्ड क्राफ्ट कौंसिल के ऐदर ख़ान ने राजसोनी को प्रमाण पत्र और नगद पुरस्कार से राघव राजसोनी को सम्मानित किया । इस प्रतियोगिता में 10 देशों के कुल 200 कलाकारो ने भाग लिया जिसमें भारत से भी 5 विख्यात कलाकार मौजूद थे ।

प्रतापगढ़ के राजसोनी परिवार की छठी पीढ़ी के राघव राजसोनी ने यह अवार्ड जीत भारत का नाम रोशन किया है। राघव पदमश्री से अलंकृत अपने दिवंगत पिता महेश राजसोनी से विरासत में मिली इस बेजोड़ कला को आगे बढ़ा रहे है। राघव ने थेवा कला को हाल ही पहला अंतर राष्ट्रीय पुरस्कर दिला करा कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया।

राघव राजसोनी के पिताजी स्व महेश राजसोनी ने थेवा कला को पूरे विश्व में एक अलग ही पहचान दी और इस बेजोड़ कला को अंतरराष्ट्रीय ख्याति भी दिलाई ।

राघव राजसोनी का कहना ही कि वे इस कला को एक देश विदेश में और अधिक लोकप्रिय बनाना चाहते है। उन्होंने बताया कि थेवा डिज़ाइन को मिले स्नेह और अवॉर्ड्स से ज़ाहिर होता उन्हें आगे बढ़ने और अच्छा काम करते रहने की प्रेरणा देता हे। उनके लिए सबसे बड़े मार्गदर्शक हैंमाता पिता । गौरतलब है कि राघव राजसोनी को 2021 में बेंगलुरु में आयोजित डिज़ाइनर्स ऑफ़ इंडिया के कार्यक्रम में भी “ लाईफ टाईम लेगेसी अवार्ड “ से भी सम्मानित किया गया था ।

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