Delhi News : दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीटीयू), नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (एनएसयूटी) व इंदिरा गांधी दिल्ली तकनीकी महिला विश्वविद्यालय (आईजीडीटीयूडब्ल्यू) में तीन वर्षीय बीबीए पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए सोमवार से आवेदन शुरू हो रहे हैं।
दिल्ली सरकार के विश्वविद्यालयों से बीबीए करने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर है। दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीटीयू), नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (एनएसयूटी) व इंदिरा गांधी दिल्ली तकनीकी महिला विश्वविद्यालय (आईजीडीटीयूडब्ल्यू) में तीन वर्षीय बीबीए पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए सोमवार से आवेदन शुरू हो रहे हैं।
इच्छुक छात्र कॉमन मैनेजमेंट एडमिशन कमेटी (सीमैक) की वेबसाइट पर ब्रोशर से जानकारी ले सकते हैं। वहीं, तीनों विश्वविद्यालयों की वेबसाइट पर दाखिला का लिंक उपलब्ध रहेगा। एनएसयूटी के डीन प्रो. विजेंद्र सिंह ने बताया कि तीनों विश्वविद्यालयों में नए शैक्षणिक वर्ष 2022 के लिए सोमवार से आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी। इसके लिए एनएसयूटी को नोडल विश्वविद्यालय बनाया गया है। आवेदन के लिए अभी अंतिम तिथि तय नहीं की गई है।
हालांकि, इसके लिए कम से कम 20 दिन का समय दिया जाएगा ताकि अधिक से अधिक बच्चे पाठ्यक्रम के लिए आवेदन कर सकें। छात्रों की सुविधा के लिए विश्वविद्यालयों की वेबसाइट के साथ-साथ सीमैक की वेबसाइट से भी लिंक उपलब्ध रहेगा, जिसके माध्यम से छात्र आवेदन कर सकते हैं। दरअसल, बीबीए के लिए बीते पांच अगस्त को ही आवेदन प्रक्रिया शुरू होनी थी, लेकिन तकनीकी खामियों की वजह से यह शुरू नहीं हो सकी। वहीं, शनिवार व रविवार होने की वजह से इसे रोक दिया गया। ऐसे में अब सोमवार से आवेदन प्रक्रिया शुरू होने जा रही है।
300 सीटों पर मिलेगा दाखिला: बीबीए पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए 300 सीटों पर अवसर है। सबसे अधिक एनएसयूटी व डीटीयू में 120-120 व आईजीडीटीयूडब्ल्यू में 60 सीटें रहेंगी। इनमें से सभी सीटों पर मेरिट के आधार पर ही दाखिला होगा। वहीं, दाखिले के आवेदन के लिए छात्रों को एक हजार रुपये का शुल्क अदा करना होगा। वहीं, मेरिट में नाम आने पर काउंसलिंग के लिए भी फीस का भुगतान करना होगा। इसके बाद ही बच्चे दाखिला प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं।
मेरिट के आधार पर मिलेगा दाखिला
तीनों विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए मेरिट को आधार बनाया जाएगा। इसके लिए 12वीं के अंकों को तवज्जों दी जाएगी। प्रो. विजेंद्र ने बताया कि केवल आवेदन में ही पूरा अगस्त बीतने का अनुमान है। इसके बाद दस्तावेज का सत्यापन कर काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू होगी। करीब तीन से चार चरणों की काउंसलिंग के बाद छात्रों को दाखिला मिल सकेगा। वहीं, यदि सीटें खाली रह जाती हैं, तो स्पॉट काउंसलिंग का आयोजन कर सीटों को भरा जाएगा। बीते वर्ष सामान्य वर्ग के लिए 88 फीसदी तक कटऑफ पहुंची थी। ऐसे में इस बार भी कटऑफ अधिक पहुंच सकती है।