नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस के आवासीय और गैर आवासीय भवनों के निर्माण, मरम्मत और रखरखाव के लिए दिल्ली पुलिस और दिल्ली पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड (DPHCL) के बीच एक समझौता किया गया. इस मौके पर दिल्ली पुलिस के कमिश्नर राकेश अस्थाना, स्पेशल सीपी/HRD एस. सुंदरी नंदा और स्पेशल सीपी/MD/DPHCL, सुरेंद्र सिंह यादव मौजूद रहे.
दिल्ली पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड का गठन भारत के माननीय राष्ट्रपति के अनुमोदन के बाद एमएचए के पत्र दिनांक 02.06.2006 द्वारा कैबिनेट के लिए नोट के माध्यम से किया गया था और नवंबर 2007 में कंपनी अधिनियम, 1956 के तहत शामिल किया गया था. इसकी स्थापना दिल्ली पुलिस के आवासीय और गैर-आवासीय भवनों के निर्माण और मरम्मत/रखरखाव के लिए विकसित करने की दृष्टि से किया गया था. लेकिन 2021 तक ये पूरी तरह फंक्शनल नहीं थी.
सीपी दिल्ली, राकेश अस्थाना ने कार्यभार संभालने के बाद अपनी पहली ब्रीफिंग में इस बात पर प्रकाश डाला था कि पुलिस कर्मियों की आवासीय स्थिति में सुधार और आवास संतुष्टि स्तर को बढ़ाना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है. दिल्ली पुलिस का सिविल इंफ्रास्ट्रक्चर बड़ा है. इनमें, पुलिस कॉलोनियां - 166, आवासीय क्वार्टर - 15587, पुलिस स्टेशन - 209, पुलिस पोस्ट - 44 और अन्य कार्यालय भवन - 205, शामिल हैं.
एमओयू के माध्यम से दिल्ली पुलिस और डीपीएचसीएल ने इस बात पर जोर दिया है कि दिल्ली पुलिस से संबंधित आवासीय और गैर-आवासीय भवनों के निर्माण, मरम्मत और रखरखाव से संबंधित कार्यों को गुणात्मक और समय पर पूरा करने में उनकी समान रुचि है. एमओयू के अनुसार दिल्ली पुलिस आवासीय और गैर-आवासीय भवनों की मरम्मत और रखरखाव के सभी कार्यों को अन्य नए कार्यों के साथ डीपीएचसीएल को आवंटित करेगी. दिल्ली पुलिस डीपीएचसीएल को छोटे कार्यों से संबंधित वार्षिक आवंटित राशि भी जारी करेगी.
डीपीएचसीएल के चेयरमैन राकेश अस्थाना के विजन के अनुसार, डीपीएचसीएल आवासीय भवनों के निर्माण के लिए 3डी प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी के लिए पायलट प्रोजेक्ट, पुलिस स्टेशनों/पुलिस कॉलोनियों को ग्रीन बिल्डिंग नॉर्म्स के अनुरूप बनाने, पीएचक्यू बिल्डिंग के ऊपर रूफटॉप सोलर पैनल की स्थापना, महत्वपूर्ण घटनाओं, जैसे गणतंत्र दिवस, दिल्ली पुलिस का स्थापना दिवस आदि के दौरान लॉजिस्टिक्स प्रदान करने जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाओं को लागू कर रहा है. वर्तमान में डीपीएचसीएल 117 परियोजनाओं को कार्यान्वित कर रहा है जबकि 75 परियोजनाएं पाइपलाइन में हैं.
1 एसई, 2 एईई और 7 जेई के साथ डीपीएचसीएल के इंजीनियरिंग विंग को भी मजबूत किया गया है. इसके अलावा सभी इकाइयों/जिलों के पुलिस कर्मी. लिंक अधिकारी के रूप में काम करने और कार्यों में तेजी लाने के लिए डीपीएचसीएल के साथ संलग्न किया गया है. डीपीएचसीएल के 3 हेल्पलाइन नंबर 13वीं मंजिल के पीएचक्यू में काम कर रहे हैं. जहां दिल्ली पुलिस का एक जवान फोन कर मरम्मत और रखरखाव के संबंध में अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है. इसके अलावा, डीपीएचसीएल की वेबसाइट को भी कार्यात्मक बनाया गया है और दिल्ली पुलिस के जवान फोन कर अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं और वास्तविक समय पर काम की स्थिति की निगरानी कर सकते हैं.