आखिर क्यों लगा पीएम मोदी के 'ड्रीम प्रोजेक्ट' पर ग्रहण ,NGT ने लगाई रोक, जाने क्यों
देहरादून। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने उत्तराखंड सरकार को कार्बेट में पाखरो टाइगर सफारी के निर्माण को परियोजना को रोकने का आदेश दिया है। NGT ने एक माह के लिए रोक लगाया है। भारतीय वन सर्वेक्षण (एफएसआई) की रिपोर्ट सामने आने के बाद एनजीटी ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं।
इस प्रोजेक्ट को तब तक रोका गया है, जब तक कि डीजी फॉरेस्ट, डीजी वाइल्डलाइफ और डीजी 'प्रोजेक्ट टाइगर' की 3 सदस्यीय समिति पेड़ों की कथित अवैध कटाई पर अपनी अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं करती है।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक कॉर्बेट नेशनल पार्क में 16.21 हेक्टेयर इलाके में पखरो टाइगर सफारी परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए 6,093 से अधिक पेड़ काटे गए। इसके खिलाफ वन्यजीव कार्यकर्ता गौरव कुमार ने राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद एफएसआई ने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के क्षेत्र का सर्वेक्षण किया था।
बता दें कि पखरो टाइगर सफारी परियोजना 2020 में शुरू की गई थी. कथित तौर पर इस परियोजना का की शुरुआत तब की गई, जब 2019 में मैन वर्सेस वाइल्ड के एपिसोड के लिए कॉर्बेट टाइगर नेशनल पार्क के कालागढ़ वन क्षेत्र के पखरो रेंज पहुंचे पीएम मोदी ने इसका ऐलान किया था।