अग्निपथ योजना के बारे में गलत जानकारी फैलाने पर एक्शन, 35 WhatsApp ग्रुप पर बैन, 10 अरेस्ट
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नई दिल्ली: अग्निपथ योजना को लेकर देश के कई राज्यों में युवा प्रदर्शन कर रहे हैं. इसको लेकर आज तीनों सेनाओं की ओर से भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सभी शंकाओं का समाधान कर दिया गया. इसके बाद भी सोशल मीडिया पर फेक न्यूज फैलाई जा रही हैं. इस पर सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है.
अग्निपथ योजना पर फर्जी खबरें और भ्रामक जानकारी फैलाने के लिए सरकार ने 35 वाट्सएप ग्रुपों पर प्रतिबंध लगा दिया है. अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले और दुर्भावनापूर्ण गलत सूचना फैलाने के आरोप में 10 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. अगर किसी को गलत सूचना के बारे में संदेह है तो वो पीआईबी का फैक्ट चेक देख सकता है.
युवाओं को दी थी सलाह
आपको बता दें कि रविवार को ही भारतीय सेना के तीनों अंगों द्वारा अग्निपथ योजना के बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई थी. इसमें तीनों सेना के अधिकारियों ने युवाओं को किसी तरह से न बहकने की अपील की थी. सेना की ओर से कहा गया था कि अगर किसी युवा पर कोई मामला दर्ज है तो वो अग्निवीर नहीं बन पाएगा.
गौतमबुद्धनगर पुलिस ने भी जारी की चेतावनी
वहीं गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट की ओर से भी प्रदर्शन की आड़ में शांति व्यवस्था भंग करने का प्रयास करने वाले असामाजिक तत्वों को कड़ी चेतावनी दी गई है. अपर पुलिस उपायुक्त कानून एवं व्यवस्था आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी प्राप्त हो रही है कि 20 जून को कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा भारत बंद और दिल्ली कूच करने के नाम पर कानून व्यवस्था बिगाडने का प्रयास किया जा सकता है. कमिश्ररेट गौतमबुद्धनगर में धारा 144 लागू है और ऐसे व्यक्ति समूह में या अकेले कानून व्यवस्था बिगाडने का प्रयास करेंगे तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.
सहारनपुर में 5 हुए थे गिरफ्तार
इससे पहले उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में पुलिस ने पांच ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया था, जो अग्निपथ योजना के खिलाफ युवाओं को भड़काने का काम कर रहे थे. ये सभी सेना के फर्जी अभ्यर्थी बनकर युवकों को अग्निपथ योजना के खिलाफ भड़का रहे थे. पुलिस जांच में पता चला था कि ये पांचों आरोपी किसी राजनीतिक दल के सदस्य हैं.