नई दिल्ली, (आईएएनएस)| दिल्ली पुलिस ने बुधवार तड़के सरोजिनी नगर इलाके में एक मुठभेड़ के बाद राजेश बवानिया गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी फिरौती के लिए अपहरण और हत्या के प्रयास सहित कई मामलों में वांछित थे। यह जानकारी दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने दी है।
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों की पहचान हरियाणा के जींद निवासी सचिन उर्फ एके-47 और गाजियाबाद के लोनी निवासी प्रिंस और ऋतिक उर्फ गब्बू के रूप में हुई है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 0.32 बोर की एक स्वचालित इतालवी पिस्तौल के साथ दो गोलियां, दो देशी पिस्तौल के साथ दो गोलियां और विभिन्न बोर के चार खाली कारतूस भी बरामद किए हैं।
पुलिस के अनुसार, राजेश बवानिया गिरोह के तीन वांछित व सक्रिय अपराधियों के बारे में सूचना मिली थी, जो सरोजिनी नगर क्षेत्र में किसी जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले हैं।
अपराध शाखा के विशेष पुलिस आयुक्त रवींद्र सिंह यादव ने कहा कि सूचना पर कार्रवाई करते हुए टीम ने रात करीब 1.10 बजे रिंग रोड से ब्रिगेडियर होशियार सिंह रोड की ओर आ रही एक बाइक को रोक लिया। बाइक पर तीन लोग सवार थे, जिन्हें पुलिस ने रुकने का इशारा किया, लेकिन आरोपियों ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी।
उन्होंने कहा कि एक गोली सब-इंस्पेक्टर हेमंत के केवलर जैकेट में लगी, जबकि हेड कांस्टेबल संजय बाल-बाल बच गए। मुठभेड़ के दौरान पुलिस टीम ने हमलावरों को पकड़ने के लिए आत्मरक्षा में फायरिंग भी की।
इसके अलावा उन्होंने आगे कहा कि सचिन के दाहिने पैर में गोली लगी है, जबकि दो अन्य आरोपी प्रिंस और ऋतिक को भी पुलिस अधिकारियों ने दबोच लिया। घायल हमलावर को तुरंत इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया।
पूछताछ में पता चला कि सचिन ने हरियाणा के नारनौल, जींद और रेवाड़ी सहित विभिन्न स्थानों पर भारत बैंक (स्थानीय बैंक) में चार डकैतियां की हैं।
2021 में उसने फिरौती के लिए एक व्यक्ति का अपहरण किया और अभी भी उस मामले में वांछित और फरार है। वह अपनी गिरफ्तारी से बच रहा था और भाग रहा था।
एक अन्य आरोपी प्रिंस शराब और नशीले पदार्थो का आदी है, जिसके लिए उसने अपने साथियों के साथ मिलकर लूट की वारदात को अंजाम देना शुरू किया था।
अधिकारी ने कहा कि वह कई डकैतियों और हत्या के प्रयास में शामिल था। उसने सह-आरोपी ऋतिक के साथ 7 अप्रैल 2023 को टीला मोड़ के एक होटल में गोलीबारी की और इस घटना के बाद से फरार था।
अधिकारी ने कहा, ऋतिक अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए बेताब था, जिसे प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्यों ने गोली मार दी थी। वह अपने दोस्त प्रिंस के साथ राजेश बवानिया गिरोह में शामिल हो गया। आगे की जांच चल रही है।
--आईएएनएस