नोएडा न्यूज़: घर से लौटे 28 ड्राइविंग लाइसेंस परिवहन विभाग कार्यालय में रखे हैं. लोग अभी तक ड्राइविंग लाइसेंस लेने नहीं पहुंचे. परिवहन अधिकारी ने कहा कि लोग दोबारा ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन न करें. अपने ड्राइविंग लाइसेंस विभाग से लेकर जाएं.
स्थाई और नवीनीकृत ड्राइविंग लाइसेंस की प्रक्रिया परिवहन विभाग कार्यालय में होती है लेकिन डीएल लखनऊ से बनकर आवेदकों के घर पर पहुंचते हैं. लखनऊ की एक एजेंसी ड्राइविंग लाइसेंस प्रिंट करके आवेदकों के घर पर डाक के जरिए पहुंचाती है. यदि आवेदक घर पर नहीं मिलते हैं तो डाक के जरिए ड्राइविंग लाइसेंस लखनऊ पहुंचा दिए जाते हैं और वहां से संबंधित परिवहन विभाग के दफ्तर में पहुंचते हैं. करीब चार साल पहले तक घर से लौटे ड्राइविंग लाइसेंस डाक के जरिए लखनऊ पहुंचाए जाते थे और फिर वहां से गाजियाबाद परिवहन विभाग के दफ्तर में पहुंचते थे.
गाजियाबाद परिवहन विभाग कार्यालय से ड्राइविंग लाइसेंस लोग प्राप्त कर सकते थे. तत्कालीन परिवहन मंत्री के दौरे के वक्त लोगों ने गाजियाबाद परिवहन विभाग कार्यालय से लाइसेंस प्राप्त करने में दिक्कत बताई थी. इसके बाद डीएल नोएडा में प्राप्त करने की सुविधा शुरू की गई थी.
छात्रों ने इलेक्ट्रिक वाहन बनाया
ग्रेटर नोएडा की गलगोटिया यूनिवर्सिटी में डिप्लोमा इन इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग प्रोग्राम के छात्रों ने स्क्रैप सामग्री का उपयोग करके कम लागत वाला इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) तैयार किया है. वाहन के डिजाइन और इंजीनियरिंग पहलुओं को अनुकूलित करके छात्रों ने एक प्रभावशाली परिणाम हासिल किया है.
यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक के प्राचार्य मोहित गहरवार ने बताया कि इस कम लागत वाले इलेक्ट्रिक वाहन में कई चीजे ़खास दी गई हैं. बैटरी की क्षमता, मोटर शक्ति और 200 किग्रा के वाहन के वजन के आधार पर गणना 113 किलोमीटर की अनुमानित सीमा दर्शाती है. उन्होंने इस परिणाम के लिए छात्रों को बधाई और शुभकामनाएं दीं.