दिल्ली न्यूज़: दिल्ली सरकार ने अपनी बसों के बेड़े को इलेक्ट्रिक बसों में तब्दील करने की कवायद तेज कर दी है। डीटीसी के प्रबंध निदेशक नीरज सेमवाल ने शनिवार को बताया कि अगले साल नवंबर तक सभी 1500 इलेक्ट्रिक एसी बसें आ जाएंगी। टाटा मोटर्स कंपनी वातानुकूलित लो फ्लोर इलेक्ट्रिक बसों की आपूर्ति, परिचालन और रखरखाव का जिम्मा 12 साल तक संभालेगी। सेमवाल ने बताया कि पहले की 300 इलेक्ट्रिक बसों में से बाकी की 150 ई-बसें इस महीने के आखिर तक आएंगी। इस तरह दिल्ली की सडक़ों पर अगले साल नवंबर तक 1800 इलेक्ट्रिक बसें दौड़ती नजर आएंगी। अभी दिल्ली में 150 ई-बसें चल रही हैं। डीटीसी के प्रबंध निदेशक ने कहा कि पर्यावरण अनुकूल बसों को शामिल करने से वायु प्रदूषण में कमी के साथ लाखों नागिरकों को लाभ होगा।
दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की बोर्ड ने पहले ही एफएएमई-2 (फास्टर एडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ हाइब्रिड एंड इलेक्ट्रिक व्हीकल) श्रेणी के तहत कन्वर्जेंस एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड (सीएसईएल) की ग्रैंड चैलेंज स्कीम के तहत 921 बसों और नॉन एफएएमई-2 श्रेणी के तहत शेष 579 बसों की खरीद के लिए मंजूरी दे दी थी। गैर-फेम श्रेणी के 579 बसों के लिए दिल्ली सरकार एफएएमई-2 सब्सिडी के समान स्तर पर 262.04 करोड़ रुपए की सब्सिडी देगी। दिल्ली सरकार इन बसों के संचालन, रखरखाव और बुनियादी ढांचे के विकास पर लगभग 7145 करोड़ रुपए खर्च करेगी।
चार्जिंग स्टेशन बनाने की तैयारी तेज: इसी के साथ सरकार ने डीटीसी और क्लस्टर बस डिपो में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशनों की तैयारी तेज कर दी है। सरकार दिल्ली ईवी नीति 2020 के तहत ईवी चार्जिंग और बैटरी स्वैपिंग स्टेशनों की स्थापना के लिए विभिन्न सेवा प्रदाताओं से डीटीसी के 10 स्थलों अम्बेडकर नगर डिपो, जल विहार टर्मिनल, दिलशाद गार्डन टर्मिनल, करावल नगर टर्मिनल, शादीपुर डिपो, मायापुरी डिपो, बिंदपुर टर्मिनल, पूर्वी विनोद नगर, पंजाबी बाग और रोहिणी डिपो-1 को आवंटित किया है। इन जगहों पर स्वैपिंग स्टेशन के लिए दिल्ली ट्रांसको लिमिटेड (डीटीएल) ने प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के माध्यम से चार सेवा प्रदाताओं की पहचान की है, जो जल्द ही ईवी चार्जिंग व बैटरी स्थापित करने का काम करेंगे। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने हाल में इस मुद्दे को लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक बुलाई थी और चार्जिंग स्टेशन बनाने के काम को तेज करने के लिए कहा है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों की राजधानी बनाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए चार्जिंग स्टेशन बनाने का काम तेज करें। बता दें कि 14 क्लस्टर बस डिपो में भी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन की तैयारी है।