सीएम केजरीवाल की निशुल्क 'मुख्यमंत्री तीर्थ स्थल योजना' के तहत 3 दिसंबर से 1000 बुजुर्ग जाएंगे अयोध्या
दिल्ली सरकार की ‘मुख्यमंत्री तीर्थ स्थल योजना’ के तहत तीन दिसंबर को 1000 लोगों का जत्था अयोध्या के लिए रवाना होगा.
नई दिल्ली. दिल्ली सरकार की 'मुख्यमंत्री तीर्थ स्थल योजना' (Mukhyamantri Tirth Yatra Yojana) के तहत तीन दिसंबर को 1000 लोगों का जत्था अयोध्या के लिए रवाना होगा. पिछले महीने दिल्ली कैबिनेट ने अयोध्या को योजना में शामिल करने को मंजूरी दी थी. दिल्ली सरकार (Delhi Government) के तीर्थ यात्रा विकास समिति के अध्यक्ष कमल बंसल ने कहा कि योजना के तहत पहली ट्रेन 1,000 बुजुर्ग तीर्थयात्रियों को लेकर तीन दिसंबर को अयोध्या (Ayodhya) के लिए रवाना होगी.
उन्होंने कहा, "तीर्थयात्रा योजना में वरिष्ठ नागरिक काफी रूचि दिखा रहे है. अयोध्या समेत विभिन्न जगहों की तीर्थयात्रा के लिए बड़ी संख्या में आवेदन मिल रहे हैं. तीर्थयात्रियों को अन्य स्थानों के लिए तैयारी पूरी होने के बाद भेजा जाएगा." 'मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना' के तहत, दिल्ली सरकार पुरी, रामेश्वरम, शिरडी, मथुरा, हरिद्वार और तिरुपति जैसे स्थानों सहित 13 सर्किटों में पूरी तीर्थयात्रा का खर्च वहन करती है. प्रत्येक यात्री के साथ 21 या अधिक आयु का एक शख्स साथ जा सकता है. सरकार उसका खर्च भी वहन करती है.इसमें चार धाम की य़ात्रा भी शामिल है
बता दें कि 'मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना' के तहत दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार वर्ष 2019 से दिल्ली के बुजुर्ग नागरिकों को निश्चित तीर्थ स्थानों की तीर्थ यात्रा करवाती है, जिसमें वैष्णों देवी की यात्रा भी शामिल है. इस तीर्थ यात्रा के दौरान आने-जाने रहने और खाने का सारा खर्च दिल्ली सरकार उठाती है. इसमें चार धाम की य़ात्रा भी शामिल है.
दिल्ली सरकार मुफ्त यात्रा कराएगी
वहीं, बीते महीने अरविंद केजरीवाल ने खुद कहा था कि यूपी के अयोध्या में जाकर दिल्ली के बुजुर्ग यात्री राम लला के दर्शन कर सकेंगे. उन्होंने बताया था कि हमने विशेष कैबिनेट मीटिंग बुलाई है. इस बैठक में दिल्ली में अयोध्या को भी इन तीर्थ स्थलों की लिस्ट में सम्मिलित किया जाएगा, जिसके तहत बुजुर्ग लोगों को दिल्ली सरकार मुफ्त यात्रा कराएगी.