नई दिल्ली (आईएएनएस)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को कहा कि भारत स्वास्थ्य क्षेत्र समेत कई क्षेत्रों में नई तकनीक और कामकाज के तरीकों को अपनाने में बड़े उत्साह के साथ आगे बढ़ रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी में गुजरात के राजभवन से आयुष्मान भव अभियान का शुभारंभ करने के बाद अपने संबोधन में यह बात कही।
सितंबर 2021 में लॉन्च किए गए आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) का हवाला देते हुए राष्ट्रपति ने विश्वास जताया, ''भारत अन्य क्षेत्रों की तरह स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में भी डिजिटल समावेशन का उदाहरण स्थापित करेगा।''
आयुष्मान भव अभियान के बारे में बात करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, ''यह हमारे देश को यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज (यूएचसी) के उद्देश्य को हासिल करने में सफल बनाएगा।''
राष्ट्रपति ने कहा, "अगर हर व्यक्ति और हर परिवार स्वस्थ रहेगा, तो स्वस्थ भारत बनाने का संकल्प पूरा हो जाएगा। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए बहु-मंत्रालयी दृष्टिकोण अपनाया गया है। सभी का सहयोग ऐसे बड़े लक्ष्यों को हासिल करने में मददगार होगा।"
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा, "आयुष्मान भव स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक बड़ी पहल बनकर उभरेगा। इस अभियान के साथ, भारत स्वास्थ्य सेवा को सस्ता और सुलभ बनाने में एक नया अध्याय लिखने जा रहा है।"
आयुष्मान भव अभियान स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की एक व्यापक राष्ट्रव्यापी स्वास्थ्य सेवा पहल है जिसका उद्देश्य देश के हर गांव और कस्बे तक स्वास्थ्य सेवाओं की संतृप्ति कवरेज प्रदान करना है।
यह अभियान 17 सितंबर (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर) से 2 अक्टूबर तक 'सेवा पखवाड़ा' के दौरान लागू किया जाएगा।