चौसिंगों की मौत मामले में जिम्मेदार अधिकारी पर नहीं हो रही कार्रवाई
रायपुर। नया रायपुर की जंगल सफारी जू में नवम्बर में 5 दिनों में 17 चौसिंगों की मौत हो गई थी। इसकी जांच रिपोर्ट 25 दिनों पहले आ जाने के बाद भी वरिष्ठ अधिकारी कोई कार्रवाई न कर दोषियों को बचाने में लगे हैं। रायपुर के वन्यजीव प्रेमी नितिन सिंघवी, वाटिका एनिमल सेंचुरी की कस्तूरी बल्लाल, …
रायपुर। नया रायपुर की जंगल सफारी जू में नवम्बर में 5 दिनों में 17 चौसिंगों की मौत हो गई थी। इसकी जांच रिपोर्ट 25 दिनों पहले आ जाने के बाद भी वरिष्ठ अधिकारी कोई कार्रवाई न कर दोषियों को बचाने में लगे हैं।
रायपुर के वन्यजीव प्रेमी नितिन सिंघवी, वाटिका एनिमल सेंचुरी की कस्तूरी बल्लाल, संकल्प गायधानी और एनिमल राइट्स कार्यकर्ता डॉ. किरण आहूजा ने इस बारे में वन मंत्री भूपेंद्र यादव को पत्र लिखा है। उन्होंने मांग की है कि वह छत्तीसगढ़ वन विभाग को दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई का निर्देश दें और छत्तीसगढ़ में वन्य प्राणियों की हो रही मौतों की जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच दल भेजें।
पत्र में बताया गया है कि जंगल सफारी में जब चेसिंगों की मौतें हो रही थी तब वहां के वरिष्ठ पशु चिकित्सक का अवकाश नियंत्रितकर्ता अधिकारी डायरेक्टर जंगल सफारी ने निरस्त कर दिया था, फिर भी वे अनुपस्थित रहे। अवकाश निरस्त करने के बावजूद एक वरिष्ठ अधिकारी ने उनका अवकाश स्वीकृत किया जबकि छत्तीसगढ़ अवकाश नियम के अनुसार सिर्फ नियंत्रितकर्ता अधिकारी ही अवकाश स्वीकृत कर सकता है।