सिल्क समग्र-2 योजनांतर्गत् निजी क्षेत्र में लघु एवं सीमांत कृषकों की भूमि पर शहतूत पौधरोपण हेतु जिले के 30 कृषकों का किया गया है चयन
जशपुरनगर: सिल्क समग्र-2 योजनांतर्गत् निजी क्षेत्र में लघु एवं सीमांत कृषकों की भूमि पर शहतूत पौधरोपण हेतु वर्ष 2021-22 से 2025-26 में क्रियान्वित किया जा रहा है। जिस हेतु कृषकों की भूमि पर शहतूत पौधरोपण करने के लिए 5 लाख प्रति एकड़ दिए जाने का प्रावधान है। योजना के तहत् पौधरोपण के लिए 60 हजार, सिंचाई के लिए 60 हजार, कृमिपालन भवन के लिए 3 लाख 25 हजार, कृमिपालन उपकरण 50 हजार, निःसंक्रमण के लिए 5 हजार निर्धारित की गई है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में शहतूत पौधरोपण र शहतूत रेशम उत्पादन करने की अपार संभावनाएं हैं। देश में इस समय रेशम की बहुत कमी है, ऐसे में उत्पादित रेशम ककून का विक्रय तत्काल होने की संभावना भी है। जिस हेतु शासन स्तर से सिल्क समग्र-02 के तहत् निजी क्षेत्र में शहतुत पौधरोपण एवं कीटपालन हेतु नवीन योजना के लिए 30 कृषको का चयन कर उनकी निजी क्षेत्र में शहतूत पौधरोपण कार्य कराने निर्देश प्राप्त हुए हैं। जिसके परिपालन में जिले के 30 कृषकों का चयन कर उनके निजी भूमि पर शहतुत पौधरोपण कार्य प्रारंभ कर पौधरोपण कार्य पूर्ण कर लिया गया है।