मंथन सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने गौठानों में बोरवेल कराने, पंप लगाने, गोबर खरीदी, वर्मी टैंक बनाने, वर्मी कम्पोस्ट बनाने, शेड निर्माण के निर्देश दिए। उन्होंने वर्मी कम्पोस्ट का उठाव करने तथा नियमित भुगतान कराने कहा। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि मुख्यमंत्री के प्रस्तावित दौरे के पूर्व अपने ग्राम पंचायतों का भ्रमण कर समस्या से रूबरू होेने के साथ ही समाधान करना सुनिश्चित करें। उन्होंने राजीव युवा मितान क्लब का गठन करने के साथ ही अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष का चुनाव करने भी कहा।
बैठक में सभी लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि प्रकरणों का निराकरण तीन दिवस के भीतर सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अगले समय-सीमा की बैठक के पूर्व सभी लंबित प्रकरणों का निराकरण हो जाना चाहिए। कलेक्टर ने बैठक में लोक सेवा गांरटी अधिनियम, जनशिकायत निवारण प्रकोष्ठ, मुख्यमंत्री जन सामान्य, सीएम पोर्टल आदि में लंबित प्रकरणों की गहन समीक्षा की। कलेक्टर डॉ. मित्तर ने सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि राजस्व प्रकरणों का निराकरण निर्धारित समय सीमा के भीतर करें। उन्होंने राजस्व अधिकारियों को बड़े ग्राम पंचायतों में राजस्व शिविर का आयोजन करने, राजस्व से संबंधित नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, आरबीसी 6-4 के प्रकरणों का निराकरण प्राथमिकता से करने कहा। सभी गौठानों में गोबर खरीदी का कार्य सुचारू रूप से जारी रखने के साथ ही जिन गौठानों में वर्मी खाद बनाया गया है, उसकी बिक्री सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने बैठक में जिले में महत्वपूर्ण योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति एवं आमजनता को मिल रहे लाभ की भी समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को लोगों की मांगों एवं समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए पुख्ता उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। डॉ. मित्तर ने कहा कि किसी भी स्थिति में आम नागरिकों को बुनियादी सुविधाओं से न जूझना पड़े। जल जीवन मिशन के कार्याें की स्थिति की अद्यतन जानकारी भी अधिकारियों से ली। उन्होंने विद्युत विभाग द्वारा ग्राम पंचायतों मे आयोजित शिविर की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि यह राज्य शासन की विशेष प्राथमिकता वाली योजना है। लोगों को उनके निवास स्थान के आसपास बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिल सके। इसके लिए मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना का समुचित क्रियान्वयन किया जाना आवश्यक है। इसके अलावा मनरेगा के तहत मजदूरी भुगतान, भू अर्जन का मुआवजा, अतिक्रमण हटाने और धान के बदले अन्य फसलों के लिए प्रोत्साहन करने, परिवार पेंशन आदि से संबंधित जनसमस्याओं एवं मांगों पर त्वरित निराकरण के निर्देश अधिकारियों को दिए।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं प्रभारी एडीएम श्री हरीस एस, वन मण्डलाधिकारी श्री निशांत कुमार, नगर निगम कमिश्नर श्री अजय त्रिपाठी, सभी एसडीएम एवं विभागीय अधिकारी मौजूद थे।