सहसपुर लोहारा के नया तालाब का 1 करोड़ 99 लाख 64 हजार रूपए की लागत से होगा भव्य सौंदर्यीकरण
कवर्धा: नगर पंचायत सहसपुर लोहारा के वार्ड क्रमांक 09 स्थित नया तालाब का 1 करोड़ 99 लाख 64 हजार रूपए की लागत से सौंदर्यीकरण होगा। प्रदेश के वन, परिवहन, आवास, पर्यावरण, विधि विधायी तथा जलवायु परिवर्तन मंत्री व कवर्धा विधायक श्री मोहम्मद अकबर ने बुधवार को नया तालाब के सौंदर्यीकरण कार्य का विधिवत भूमिपूजन किया। मंत्री श्री अकबर ने इसके साथ ही वार्ड क्र. 11 में 31 लाख 97 हजार रूपए की लागत से मुक्तिधाम उन्नयन कार्य का भूमिपूजन किया। उन्होंने ग्राम सिल्हाटी में पटेल समाज के लिए सामुदायिक भवन का शिलन्यास किया। इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष प्रतिनिधि श्री होरी साहू, श्री कलीम खान, कृषि उपज मंडी अध्यक्ष श्री नीलकंठ साहू, उपाध्यक्ष श्री चोवा साहू, नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती आनारा बाई साहू, उपाध्यक्ष श्री अजय यादव सहित पाषर्दगण, एल्डरमेन और जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
कैबिनेट मंत्री श्री अकबर ने कहा कि गिरते जल स्तर को बनाए रखना अतिआवश्यक है, इसके लिए तालाबों को यदि हम संरक्षित कर उसका रखरखाव एवं वाटर लेवल बनाए रखें तो कभी कोई समस्या नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि लगातार तालाबों, शमशान घाट एवं गार्डनों को व्यवस्थित करने कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जल संरक्षण एवं जल संचय करते हुए भू-जल स्तर में वृद्धि करने के उद्देश्य से कबीरधाम जिले में 76 अमृत सरोवर (तालाबो) का निर्माण हो रहा है।
नया तालाब भव्य प्रवेश द्वार के साथ चारों तरफ सोलर लाईट से सजेगी
मंत्री श्री अकबर ने नया तालाब के सौंदर्यीकरण कार्य का भूमिपूजन किया। उन्होंने बताया कि नया तालाब के सामने में भव्य प्रवेश द्वार बनाया जाएगा, चारो तरफ पाथवे का निर्माण किया जाएगा, तालाब के किनारे पचरी, ट्री चबूतरा बनाया जाएगा। इसके साथ ही तालाब के चारों तरफ फेंसिग, तालाब के चारो ओर सोलर लाईट से रोशनी होगी। इसके साथ ही नया तालाब को पीचिंग, चेयर और व्यू प्वाईंट से सौंदर्यीकरण किया जाएगा। नया तालाब के सौंदर्यीकरण होने से नागरिकों को आकर्षित करेगी। बच्चों से लेकर बड़े सभी यहां सुकून महसूस करेंगे। बच्चों की उनकी जरूरतों को विशेष ध्यान रखा गया है, बच्चे यहां भरपूर मनोरंजन करेंगे।
भू-जल वृद्धि करने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किया जा रहा पहल
मंत्री श्री अकबर ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन के महत्वकांक्षी सुराजी गांव योजना के तहत नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी अभियान के कार्य से ग्रामीण अर्थव्यवस्था कों मजबूती प्रदान करते हुए अधोसंरचना विकास एवं रोजगार के नित्य नए अवसर ग्रामीणों को उपलब्ध हो रहें है। धान का कटोरा हमारा छत्तीसगढ़ प्रदेश में खेती किसानी आधारित ग्रामीण अर्थव्यवस्था मूल रूप से सिंचाई के साधनों पर निर्भर है। खरीफ का मौसम हो या रबी फसलों की बात हो ग्रामीण किसानों के लिए सिंचाई हमेशा से एक प्रमुख विषय रहा है जो सीधे तौर पर फसलों के उत्पादन के साथ उनके आर्थिक उन्नती से जुड़ा हुआ है। इन्हीं महत्वपूर्ण बिन्दुओं को ध्यान में रखते हुए सुराजी गांव योजना के घटक नरवा के कार्य को राज्य में अभियान के तौर पर चलाया जा रहा है। नरवा अभियान के द्वारा खेतो की सिंचाई, भूजल स्तर में वृद्धि करना एवं स्थानीय किसानों को बहु फसलीय के लिए साधन उपलब्ध कराना इस अभियान का मुख्य उद्देश्य हैं।